Edited By Imran,Updated: 12 Sep, 2024 01:02 PM
सुल्तनापुर में डकैती के मामले में हुए एनकाउंटर को लेकर DGP प्रशांत कुमार ने प्रेस कांफ्रेंस में कहा है कि डकैती में मंगेश यादव सीधे तौर पर शामिल था। लूट से पहले दुकान की दो बार रेकी किया था। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि साक्ष्यों के साथ भ्रांतियों...
Lucknow: सुल्तनापुर में डकैती के मामले में हुए एनकाउंटर को लेकर DGP प्रशांत कुमार ने प्रेस कांफ्रेंस में कहा है कि डकैती में मंगेश यादव सीधे तौर पर शामिल था। लूट से पहले दुकान की दो बार रेकी किया था। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि साक्ष्यों के साथ भ्रांतियों को दूर करेंगे आज मीडिया के सामने कार्यवाही निष्पक्ष और साक्ष्यों के आधार पर हुई है।
ADG क़ानून व्यवस्था अमिताभ यश ने बताया की घटना को अंजाम देने वाला गैंग लीडर विपिन सिंह है इससे पहले भी घटना को अंजाम दे चुका है गुजरात में भी घटना को अंजाम दे चुका है। घटना को अंजाम देने से पहले दुकान की रेकी की गई थी मंगेश यादव ने घटना में इस्तेमाल गाड़ी चोरी की थी। डकैती में सीधे शामिल थे मंगेश यादव इसके अलावा और भी लोग थे।
ADG LO अमिताभ यश का बयान
इस घटना में विपिन सिंह जो शामिल रहा है इस घटना को करित करने के लिए दुकान की रेकी के लिए 13 और 15 को रेकी की गई जिसको लेकर हमारे पास वीडियो है साक्ष्य है। जो स्क्रीन पर दिखाई दे रहा है विपिन सिंह, फुरकान और गुर्जर घटना में थे इस घटना में मोटरसाइकिल जौनपुर से चोरी की गई और बाइक चोरी करने की घटना मंगेश यादव ने की थी। जिसमें मंगेश बाकी लोग शामिल थे । इस घटना को कार्य करने के लिए दो समूह में अपराधी पहुंचे थे पुष्पेंद्र और डब्लू और सचिन । यह बोलेरो से पहुंचे थे इन लोगों ने जिस समय में ये घटना किया जो सीधे डकैती में शामिल रहे। दुकान के अंदर घुसे थे फुरकान अनुज ,अरबाज ,मंगेश यादव और अंकित यादव इनके द्वारा घटना की गई।
इसके अलावा विपिन सिंह, विनय शुक्ला, अरविंद विवेक और दुर्गेश यह लोग दुकान के आसपास घेराबंदी किए हुए थे ताकि कोई समस्या होगी तो यह लोग फायर कर पुलिस से बचा सके। ये पुलिस पर फायर कर सकते थे। ताकि सबको भगाया जा सके यह सभी चीज सीसीटीवी फुटेज, टेक्निकल विश्लेषण में किया गया है। जो अपराधी गिरफ्तार हुए उनसे पूछताछ में यह सभी चीज क्लियर हुई है इसमें पुलिस और एसटीएफ ने मिलकर काम किया और घटना का खुलासा किया गया।
एडीजी जोन लखनऊ एसबी शिरोडकर का बयान
इसमें दो बार रेकी की गई थी जिसमें फुटेज हमारे पास अवेलेबल है 13 तारीख को जो रेकी की गई उसमें फुटेज के आधार पर मौके पर विपिन और सचिन थे इससे पहले वाली रिकी में लोकेशन के आधार पर पता चला इसमें जो दो मोटरसाइकिल थी जिनका इस्तेमाल किया गया घटना में यह दोनों मोटरसाइकिल जौनपुर से चोरी की गई थी उसका भी फुटेज सामने आया उसके आधार पर अभियुक्त की पहचान की गई इसके बाद अलावा बोलेरो वह बोलेरो जिस व्यक्ति आरोपी की थी वह 2 तारीख की मुठभेड़ में सुल्तानपुर पुलिस ने गिरफ्तार किया गया था मुठभेड़ में सचिन पुष्पेंद्र डब्लू त त्रिभुवन।
इसमें 15 किलो चांदी मोटरसाइकिल 38500 मिला था। जब बदमाश भाग रहे थे तब भी कुछ सामान बरामद किया गया था जो ज्वेलर्स से साझा किया था इसमें एसटीएफ और टेक्निकल साक्ष्य वहां की मदद ली गई हो पूरा सीक्वल मैप किया गया जो बोलेरो की उसकी जानकारी ले गई मास्टरमाइंड है उसने उसने रायबरेली जेल में अपने को सरेंडर किया था इससे पहले सूरत की घटना में अनुज अरबाज फुरकान यह लोग सूरत की घटना में डकैती में शामिल थे और इस मामले में विपिन सिंह ने सरेंडर किया। पूरी कानूनी कार्रवाई कर हमें 5 दिन का डिमांड इसका मिला था और विपिन सिंह से पूछताछ के बाद जो लोग अरेस्ट हुए उसमें दुर्गेश महत्वपूर्ण व्यक्ति है। इसके बाद में गिरफ्तारी की गई विपिन सिंह के पास से 1.2 केजी गोल्ड बरामद। बाकी लोगों से भी चीज बारामदी हुई। यह देखा गया कि पूरा गिरोह बनाकर घटना को कारित किया गया। पूरी घटना का वीडियो मीडिया के सामने चलाया जा रहा है।
पांच सितंबर को हुआ था एनकाउंटर
बता दें कि पांच सितंबर को सुल्तानपुर में पुलिस एनकाउंटर में मंगेश यादव मारा गया था। इसके बाद अखिलेश यादव ने यूपी पुलिस पर हमला बोलते हुए कहा था कि पुलिस जाति देखकर अपराधियों को मुठभेड़ में निशाना बना रही है। उनके बयान पर जवाब देते हुए यूपी पुलिस महानिदेक (डीजीपी) प्रशांत कुमार ने कहा था कि पुलिस किसी की जाति देखकर एनकाउंटर नहीं करती है। इस तरह की चीजें पुलिस नहीं करती है। पुलिस पूरी तरह से निष्पक्ष होकर कार्रवाई करती है।