Edited By Mamta Yadav,Updated: 20 Jan, 2025 12:24 AM
दुनिया के सबसे बड़े आध्यात्मिक और सांस्कृतिक महाकुंभ में गुजरात से आए एक नागा संन्यासी ने बागेश्वर बाबा को चुनौती दी है। उन्होंने कहा कि यदि उनके अंदर इतनी क्षमता है तो कुंभ मेले में आ जाए उसको हम बताते हैं चमत्कार क्या होता है। हम भी बागेश्वर बन...
Mahakumbh Nagar News: दुनिया के सबसे बड़े आध्यात्मिक और सांस्कृतिक महाकुंभ में गुजरात से आए एक नागा संन्यासी ने बागेश्वर बाबा को चुनौती दी है। उन्होंने कहा कि यदि उनके अंदर इतनी क्षमता है तो कुंभ मेले में आ जाए उसको हम बताते हैं चमत्कार क्या होता है। हम भी बागेश्वर बन सकते हैं। बागेश्वर बाबा को मेले में आने की चुनौती देते हुए कहा कि वह मेले में आकर नागा साधुओं से मुलाकात कर अपना चमत्कार दिखाए।
‘बागेश्वर वाले सुधर जाओ…’
बता दें कि गुजरात के सुरेंद्र नगर जिले के रहने वाले महेन्द्र नागा बाबा बालक गिरी ने बताया कि 11 दिनों से अन्न भी ग्रहण नहीं किया है केवल एक गिलास दूध का सेवन कर रहते हैं। एक सवाल के जवाब में नागा संन्यासी ने कहा, “मेरी बात सुन लें। कौन है बागेश्वर, हम नहीं जानते आगेश्वर, वागेश्वर को। ये बागेश्वर तो अभी बना है। जनता को बेवकूफ बनाने का खेल है। उन्होंने कहा कि वह मेरे सामने आए तो उसको बताऊं की नागा साधु क्या होता है। वह सोने की गद्दी के ऊपर बैठकर सब को आशीर्वाद दे रहा है। उन्होंने कहा कि बागेश्वर वाले सुधर जाओ। बड़ी-बड़ी गद्दियों में मत जाओ, ऊपर चढ़ गए तो उतारने वाला कोई नहीं मिलेगा।
‘CM योगी ने केवल बड़े साधुओं को सुविधा दी है...’
उन्होंने कहा कि आज देश के जो मुखिया हैं उनको हम नागा संन्यासियों का ही तो आशीर्वाद है। इसीलिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी साधु संतो का सम्मान करते हैं। उन्होंने रोष व्यक्त करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सभी बड़े साधु संतो को सुविधा दी है लेकिन छोटे और गरीब साधुओं को कोई सुविधा नहीं दी है। उन्होंने बताया कि नागा साधु बनने के लिए बड़ी कठिनाई उठानी पड़ती है। नागा संन्यासी बनने की कोई उम्र नहीं होती। कोई 50 -60 साल में लेकिन हम लोग तो बचपन में ही आ गए। उन्होंने बताया कि वह छह महीने के थे जब उन्हें यहां लाया गया था अब उनकी उम्र 22 वर्ष है। इससे पहले जब यहां कुंभ में आए थे तब वह छोटे थे।