Edited By Pooja Gill,Updated: 28 Oct, 2022 05:10 PM

उत्तर प्रदेश में टीकाकरण अभियान के बाद भी लंपी वायरस का प्रकोप थमने का नाम नहीं ले रहा है। यूपी के आगरा में लगातार लंपी वायरस के मामले सामने आ रहे है। पशु लगातार लंपी वायरस की चपेट में आकर मर रहे है...
आगराः उत्तर प्रदेश में टीकाकरण अभियान के बाद भी लंपी वायरस का प्रकोप थमने का नाम नहीं ले रहा है। यूपी के आगरा में लगातार लंपी वायरस के मामले सामने आ रहे है। पशु लगातार लंपी वायरस की चपेट में आकर मर रहे है। जिले में अब तक 3 हजार गाय लंपी वायरस की चपेट में आ चुकी है। वहीं, शमशाबाद क्षेत्र में पिछले 10 दिनों में लंपी वायरस से 50 से ज्यादा गाय की मौत हो चुकी है। जिससे से पशु चिकित्सा विभाग पर सवाल खड़े हो रहे है।
बता दें कि जिले में अब तक बड़ी संख्या में गाय लंपी वायरस की चपेट में आ रही है। जिनके मरने के आंकड़ा अभी तक रहस्य बना हुआ है। इसी के चलते समाजसेवी संगठन टीम लीफ ने दावा किया है कि शमशाबाद क्षेत्र में बीते 10 दिनों में लंपी वायरस से 50 से अधिक गोवंशों की मौत हो चुकी है। लेकिन पशुपालन विभाग के आंकड़ों में अब तक सात गायों का मरना दर्ज है। वहीं, लोगों का आरोप है कि बड़ी संख्या में गोवंशों की मौत के बाद पशु चिकित्सा अधिकारी लापरवाह बने हुए हैं। वायरस की रोकथाम के लिए विभाग ठोस कदम नहीं उठा रहा। और न ही मृत गोवंशों को दफनाने की व्यवस्था कर रहा है।
लंपी वायरस से प्रतिदिन मर रहे है 4 से 5 गोवंश
जिला प्रशासन ने लंपी वायरस से गोवंश बचाव के लिए जो दावे किए थे, वो भी धरातल पर नजर नहीं आ रहे। इससे गोभक्तों में आक्रोश है। टीम लीफ के सदस्य पवन कुशवाहा का कहना है कि, लंपी वायरस से प्रतिदिन चार से पांच गोवंश मर रहे हैं। उनकी टीम के सदस्य मृत गोवंशों को गड्ढा खोदकर दफना रहे हैं। नगर पालिका परिषद के लिपिक रामेंद्र शर्मा का कहना है कि पालिका की जेसीबी किसी दिन चार किसी दिन पांच के गोवंशों को दफनाने के लिए भेजनी पड़ती है।