Edited By Mamta Yadav,Updated: 22 Mar, 2025 11:24 PM

ग्रेटर नोएडा के कोतवाली कासना पुलिस ने 8 अगस्त को कासना के जलालपुर के पास रघुनाथपुर गांव में हुए ब्लाइंड मर्डर का खुलासा करते हुए मृतक के बेटे को गिरफ्तार किया है। बेटे ने अपना व्यापार न चलने और लिए हुए लोन को चुकाने के लिए चाकू से गोदकर की थी...
Greater Noida, (गौरव गौर): ग्रेटर नोएडा के कोतवाली कासना पुलिस ने 8 अगस्त को कासना के जलालपुर के पास रघुनाथपुर गांव में हुए ब्लाइंड मर्डर का खुलासा करते हुए मृतक के बेटे को गिरफ्तार किया है। बेटे ने अपना व्यापार न चलने और लिए हुए लोन को चुकाने के लिए चाकू से गोदकर की थी हत्या। प्राप्त साक्ष्यों और मैनुअल इंटेलिजेंस की सहायता से ब्लाइंड मर्डर का खुलासा करते मृतक के पुत्र को दनकौर रेलवे स्टेशन से गिरफ्तार किया गया है।
50 लाख की रकम हासिल करने के लिए पिता की हत्या
पुलिस की गिरफ्त में खडे वादी मुकदमा और मृतक का पुत्र संतोष बोसक ने सुनियोजित ढंग से योजना बनाकर जीवन बीमा का 50 लाख की रकम हासिल करने के लिए अपने पिता प्रकाश बोसक की हत्या की थी। इस बात का खुलासा एडीसीपी ग्रेटर नोएडा सुधीर कुमार ने करते हुए बताया कि 8 अगस्त 2024 को थाना कासना के जलालपुर के पास रघुनाथपुर गांव में प्रकाश बोधक की अज्ञात बदमाश द्वारा हत्या कर दी गई थी। थाना कासना पुलिस द्वारा घटनास्थल का निरीक्षण कराते हुए साक्ष्य एकत्र किये गये एवं तत्काल अभियोग पंजीकृत करते हुए अभियुक्त की गिरफ्तारी हेतु पुलिस टीम का गठन किया गया।
निजी बैंक से लगभग साढ़े बारह लाख रूपये का होम लोन
एडीसीपी ग्रेटर नोएडा ने बताया कि मृतक प्रकाश और उसके बडे पुत्र संतोष ने 2022 में निजी बैंक से लगभग साढ़े बारह लाख रूपये का होम लोन लेकर जनपद बुलंदशहर में एक घर खरीदा था, जिसकी प्रति माह क़िस्त लगभग 12,500 रूपये थी। जिसकी किश्त चुकानी मुश्किल हो रही थी। इसी कारण दोनों ने दूसरी हाउसिंग फाईनेन्स से लगभग इक्कीस लाख रूपये का लोन प्राप्त किया। साढ़े बारह लाख रूपये निजी बैंक के होम लोन में जमा कर दिए तथा शेष लगभग 7,69,000 रूपये संतोष ने अपने फर्म पीएसजी मसाला के बैंक खाते में जमा कर दिए। इस लोन पर मृतक प्रकाश का जीवन बीमा 60 प्रतिशत का था। इस लोन की क़िस्त लगभग 27,000 रूपये प्रतिमाह थी जो बहुत अधिक थी।
बैग से चाकू निकाला और पीछे से पिता पर वार कर हत्या की
इसी दौरान संतोष को पता चला की उसके पिताजी ने अपने 25-25 लाख रूपये के दो जीवन बीमा कराए हुए हैं, जिसकी नामिनी उसकी मां है। संतोष ने योजना बनायी कि यदि मैं अपने पिता जी को मार दूं तो दोनों जीवन बीमा का पैसा लगभग 50 लाख रूपये मुझे मिल जायेगा और जो लोन लिया था उसका भी 60 प्रतिशत बीमा कम्पनी द्वारा बैंक को भुगतान कर दिया जायेगा। इसी लालच के कारण संतोष ने अपने पिता की हत्या करने का पूरी योजना बनाई। घटना के दिन सुबह ही वह योजनानुसार घर से ही सब्जी काटने वाला चाक़ू अपने बैग में रख लिया था और दोनो दिल्ली चले गये। जहां वापसी में संतोष द्वारा पूर्व योजनानुसार जानबूझकर पक्की सडक के रास्ते से न आकर सुनसान रहने वाली कच्ची सड़क पर स्कूटी लेकर चल दिया। और ज्वार के खेत के पास स्कूटी रोकी और पिता से कहा की यहाँ पेशाब कर लीजिये, मृतक जैसे ही स्कूटी से उतरे और पेशाब करने लगे उसी समय संतोष द्वारा अपने बैग से चाकू निकाला और पीछे से मृतक पर वार कर हत्या कर दी गई।
इसके बाद उसने उसी चाकू से अपनी छाती पर एक कट लगाया ताकि किसी को उस पर शक न हो और घटना सच्ची लगे। वहीं पर झाड़ी में चाक़ू को छिपा दिया था। फिर संतोष ने अपने पिता मृतक का मृत्यु प्रमाण पत्र बनवाया और मृत्यु के तीन महीने के अंदर ही जीवन बीमा का पैसा लगभग 50 लाख रूपये अपनी माता के बैंक के खाते में प्राप्त कर लिए। घर वालों को इसने कुछ नहीं बताया। अपने छोटे भाई को अपनी माँ को कुछ नहीं बताया और उसको पूरा पैसा इसने खुद रख लिया था।