Edited By Mamta Yadav,Updated: 06 Feb, 2025 01:19 AM
उत्तर प्रदेश में जालौन के जिलाधिकारी राजेश कुमार पांडेय ने चेतावनी दी है कि कोई राजकीय चिकित्सक (एलोपैथिक) सरकारी सेवाओं के दौरान प्राइवेट प्रैक्टिस में संलिप्त पाया जाता है, तो उसके खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि राजकीय मेडिकल कॉलेज...
Jalaun News: उत्तर प्रदेश में जालौन के जिलाधिकारी राजेश कुमार पांडेय ने चेतावनी दी है कि कोई राजकीय चिकित्सक (एलोपैथिक) सरकारी सेवाओं के दौरान प्राइवेट प्रैक्टिस में संलिप्त पाया जाता है, तो उसके खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि राजकीय मेडिकल कॉलेज और जिला अस्पतालों में कार्यरत चिकित्सकों की गतिविधियों की बारीकी से जांच करें। यदि कोई डॉक्टर निजी प्रैक्टिस करते हुए पाया जाता है, तो उसके खिलाफ सख्त अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी।
बता दें कि जिलाधिकारी राजेश कुमार पाण्डेय व पुलिस अधीक्षक डॉ. दुर्गेश कुमार ने बुधवार को कलेक्ट्रेट सभागार में एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की। इस दौरान जिलाधिकारी ने कहा कि जनपद में कार्यरत राजकीय मेडिकल कालेज और जिला अस्पताल में चिकित्सा शिक्षकों द्वारा यदि प्राइवेट प्रैक्टिस की जाती है, तो उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि ऐसे मामलों में संबंधित चिकित्सकों के खिलाफ कार्यवाही की संस्तुति की जाएगी और शासन को एक सप्ताह के भीतर इस बारे में अवगत कराया जाएगा।
उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि इस प्रकार के मामलों की गंभीरता से जांच की जाए और कोई भी दोषी पाए जाने पर शीघ्र कार्रवाई की जाए। इस अवसर पर अपर जिलाधिकारी नमामि गंगे प्रेमचंद मौर्य, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. नरेंद्र देव शर्मा, सीओ अर्चना सिंह आदि सहित सम्बंधित अधिकारी मौजूद रहे।