Edited By Purnima Singh,Updated: 30 Jan, 2025 12:52 PM
बरेली में मौलवी ने अपने साथियों के साथ मिलकर बदायूं के एक युवक से उसके खेत में खजाना होने का दावा किया, और खेत से पीतल का एक हांडा निकालकर दिखाया। जिसके बाद मौलवी ने उससे रुपये हड़प लिए। कुछ देर बाद मौलवी के साथियों ने मौलवी को नकली गोली मारकर झूठी...
बरेली (जावेद खान) : बरेली में मौलवी ने अपने साथियों के साथ मिलकर बदायूं के एक युवक से उसके खेत में खजाना होने का दावा किया, और खेत से पीतल का एक हांडा निकालकर दिखाया। जिसके बाद मौलवी ने उससे रुपये हड़प लिए। कुछ देर बाद मौलवी के साथियों ने मौलवी को नकली गोली मारकर झूठी हत्या कर दी। पीड़ित डर से वहां से फरार हो गया। पीड़ित ने तीनों आरोपियों के खिलाफ बारादरी में एफआईआर दर्ज कराई है।
सेटेलाइट पर हुई थी भूरा से दोस्ती, मौलवी के साथ घर का किया मुआयना
बदायूं के ग्राम बरोर थाना वजीरगंज के रहने वाले मोहनलाल ने बताया कि एक माह पहले वह किसी काम से सेटेलाइट रोडवेज बस अड्डे पर आए हुए थे। जहां पर उसकी मुलाकात भूरा खां नामक व्यक्ति से हुई। जिसने हाल-चाल पूछते हुए कहा कि परेशान लग रहे हो। जिस पर दोनों की बातचीत शुरु हो गई। विश्वास में लेकर कहा कि घर पर किसी ने ऊपरी तंत्र विद्या किया है। जिसके कारण सभी परेशान रहते हैं।
उसने कहा कि मेरे जानने वाला तांत्रिक है, जो इस परेशानी से उसे बचा सकते हैं।
पीड़ित ने उसपर भरोसा कर लिया। पीड़ित भूरा के साथ उसके घर चला गया, और एक रात उसके घर रुकने के बाद घर वापस लौटा। आरोप है कि पांच दिन बाद भूरा अपने साथ एक दाढ़ी वाले मौलवी व तीन अन्य लोगों को लेकर घर आया और पांचों ने उसके घर से लेकर खेत तक घूमे। उसके बाद रात को मौलवी ने उसे भरोसे में लेकर कहा कि वह एक जिन्न को बुला रहा है। जो आकाश में रहता है। वह किसी को दिखाई नहीं देगा। कुछ देर में ही पांचों लोग किसी से बात कर रहे थे लेकिन वह उसे दिख नहीं रहा था। एक घन्टे तक तन्त्र मन्त्र करने के बाद मौलवी ने बताया कि उसके खेत में खजाना दबा है।
आरोपियों ने पीड़ित से कई बार में ऐंठे 3.18 लाख
इस पर भूरा ने कहा कि अगर वह रुपये खर्च करे तो वह मौलवी से खजाना बाहर निकालवा देगा। इस पर उसने दो दिन का समय मांगा, लेकिन इस दौरान फोन पर दोनों की बात-चीत होती रही। तीन दिन बाद इन लोगों ने दो लाख रुपया लेकर सेटेलाइट बस स्टॉप पर आने को कहा। पैसे का इंतेजाम कर पीड़ित सेटेलाइट आया और फिर यह पांचों लोग उससे पैसा लेकर चले गए। साथ ही कुछ दिन बाद आकर खजाना खोजने के लिए कहा। उसके बाद फिर फोन आया कि मौलवी साहब एक भस्म खाते हैं जो 59 हजार रुपये का है, बरेली आ जाओ और पैसा दे जाओ ताकि भस्म को खाकर जल्दी से खजाना खोजा जा सके। इस तरह दो बार में एक लाख 18 हजार रुपये ले लिये।
खजाने का राज बताने पर जिन्न ने मौलवी को मारी गोली
मोहनलाल ने बताया कि सात जनवरी को चार लोग जिसमें भूरा व मौलवी और दो अन्य लोग शाम को उसके घर आए। जहां पर तन्त्र-मन्त्र करते हुए जिन्न से बात करने लगे। रात्रि में दो बजे उसके खेत से एक घड़ा निकाल कर दिए जो पीतल का था और बोले कि इसी में खजाना है। इसे छिपाकर घर में गुप्त जगह पर रख दो, जब इसे सिध्द करेंगे तब घर में इसे खोलना। उसने उसे घर में छिपा कर रख दिया। अगले दिन फिर यह लोग एक लाख रुपये नगद और 59 हजार रुपये भस्म के लिए लेकर चले गए।
25 जनवरी को भूरा व मौलवी और दो और लोग फिर से घर पहुंचे। उसे रात में खेत में ले गए। जहां पर अचानक मौलवी के सीने से खून निकलने लगा। भूरा ने कहा कि जिन्न ने गोली मार दी। जिससे डर कर वह भाग खड़ा हुआ। सुबह में फोन आया कि मौलवी मर गया है। अब जेल जाना होगा। वह मौलवी का पोस्टमार्टम करा रहा है। अगर पैसै खर्च करो तो इस बात को छिपा लिया जाएगा। इस बीच दोनों के बीच में छह लाख रुपये में सौदा तय हुआ। इस पर उसके भतीजे ने परेशान रहने का कारण पूछा तो उसने पूरी बात बताई। जिसके बाद उन्होंने रिपोर्ट दर्ज कराई गई।