Edited By Punjab Kesari,Updated: 31 Aug, 2017 05:20 PM
भारतीय समाज, संस्कृति में माता-पिता को ईश्वर के समान माना जाता है। मां बच्चों का व्यक्तित्व बनाती है तो पिता परिवार को सुरक्षा का अहसास दिलाता है। लेकिन जो पिता अपने बच्चों को सामाजिक बुराईयों से बचाता है, वहीं खुद के बच्चों को शोषण करें तो यह किसी...
इटावा(युपी): भारतीय समाज, संस्कृति में माता-पिता को ईश्वर के समान माना जाता है। मां बच्चों का व्यक्तित्व बनाती है तो पिता परिवार को सुरक्षा का अहसास दिलाता है। लेकिन जो पिता अपने बच्चों को सामाजिक बुराईयों से बचाता है, वहीं खुद के बच्चों को शोषण करें तो यह किसी अपराध से कम नहीं है।
इटावा के इकदिल थाना इलाके के एक गांव की घटना आपको झकझोर कर रख देगी। यहां एक कलयुगी पिता द्वारा रिश्तों को तार-तार करते हुए अपनी नाबालिग बेटी का शारीरिक शोषण करने की घटना सामने आई है। उस कलयुगी ने ये कुकृत्य एक दो दिन या एक दो महीने वहीं बल्कि पूरे 3 साल तक किया। वहीं इससे परेशान किशोरी ने पुलिस प्रशासन से न्याय की मांग की है।
किशोरी का कहना है कि उसकी मां की 3 साल पहले ट्रेन से कटकर मौत हो गई थी। जिसके बाद से उसका पिता रोज उसका शोषण कर रहा था। किशोरी की शिकायत पर पुलिस ने मामला दर्ज कर किशोरी को मेडिकल कराने के लिए भेज दिया है।