Edited By Mamta Yadav,Updated: 13 Mar, 2025 04:06 AM

एक बार फिर नमाज पढ़े जाने का मुद्दा तूल पकड़ता हुआ नजर आ रहा है। इस बार आईआईएमटी विश्वविद्यालय में रमजान के महीने के दौरान विश्वविद्यालय के ग्राउंड में नमाज पढ़ते हुए छात्रों के कुछ वीडियो सामने आए हैं जिसे एक युवक के द्वारा अपने इंस्टाग्राम पेज पर...
Meerut News, (आदिल रहमान): एक बार फिर नमाज पढ़े जाने का मुद्दा तूल पकड़ता हुआ नजर आ रहा है। इस बार आईआईएमटी विश्वविद्यालय में रमजान के महीने के दौरान विश्वविद्यालय के ग्राउंड में नमाज पढ़ते हुए छात्रों के कुछ वीडियो सामने आए हैं जिसे एक युवक के द्वारा अपने इंस्टाग्राम पेज पर अपलोड किया गया है। वहीं इस मुद्दे पर हिंदू संगठन के नेता ने वीडियो पर आपत्ति दर्ज कराते हुए इस मामले को तूल दिया है। इस दौरान हिंदूवादी नेता का कहना है कि जब सार्वजनिक स्थल पर हनुमान चालीसा पढ़ने पर मुकदमा दर्ज हो सकता है तो यहां क्यों नहीं ?

दरअसल, मेरठ से इन दिनों सोशल मीडिया पर कुछ वीडियो वायरल हो रहे हैं जिनमें एक ग्राउंड में स्कूली ड्रेस पहने हुए कुछ युवक नमाज पढ़ते हुए दिखाई दे रहे हैं। ये वीडियो गंगानगर इलाके में स्थित आईआईएमटी विश्वविद्यालय के बताए जा रहे हैं। सोशल मीडिया पर ये वीडियो खालिद मेवाती नाम के युवक के द्वारा अपने इंस्टाग्राम पेज पर अपलोड किए गए हैं। सोशल मीडिया पर विश्वविद्यालय के ग्राउंड में नमाज पढ़ते हुए छात्रों का वीडियो सामने आने के बाद ये मामला तूल पकड़ता हुआ नजर आ रहा है।

वहीं इस मुद्दे पर हिंदूवादी नेता सचिन सिरोही का कहना है कि सोशल मीडिया पर कुछ वीडियो वायरल हो रहे हैं जिसमें विश्वविद्यालय कैंपस के अंदर 40-50 युवक यूनिवर्सिटी के ग्राउंड जैसी सार्वजनिक जगह पर नमाज अदा करते हुए नजर आ रहे हैं। उन्होंने कहा कि इन सभी पर मुकदमा दर्ज होना चाहिए जो सार्वजनिक स्थल पर ऐसा कर रहे हैं क्योंकि विश्वविद्यालय में सिर्फ मुस्लिम समुदाय के छात्र ही नहीं है बल्कि दूसरे धर्म के छात्र भी विश्वविद्यालय में मौजूद हैं जो कि वहां एडमिशन लेकर पढ़ाई कर रहे हैं। इस दौरान उन्होंने कहा कि अगर ऐसा है तो आईआईएमटी विश्वविद्यालय के मालिक को इन लोगों के लिए वहां एक मस्जिद बनवा देनी चाहिए।

इस दौरान उन्होंने सवाल करते हो कहा कि जब सार्वजनिक स्थल पर हनुमान चालीसा पढ़ने पर मुकदमा दर्ज हो सकता है तो इन लोगों पर मुकदमा क्यों नहीं दर्ज हो रहा है। इस दौरान कहा कि खुले में नमाज अदा करने की इजाजत किसी ने भी नहीं दी है और उनकी मांग है कि ऐसा करने वालों पर जल्द से जल्द मुकदमा दर्ज होना चाहिए और अगर मुकदमा दर्ज नहीं हुआ तो इस मुद्दे को आगे भी उठाया जाएगा। साथ ही उन्होंने कहा कि वो कहीं भी किसी को भी खुले में नमाज अदा करने नहीं देंगे।