रामलला की प्राण प्रतिष्ठा; काशी के 21 वैदिक ब्राह्मणों को सौंपी जिम्मेदारी, 18 जनवरी से शुरू होगा अनुष्ठान

Edited By Pooja Gill,Updated: 04 Dec, 2023 12:53 PM

consecration of ramlala s life

UP News: उत्तर प्रदेश को अयोध्या में बन रहे दिव्य और भव्य राम मंदिर में भगवान राम की मूर्ति की प्राण-प्रतिष्ठा अगले वर्ष 22 जनवरी को होगी। इस प्राण प्रतिष्ठा की सारी जिम्मेदारी काशी के सभी 21 वैदिक ब्राह्मणों के हाथ में रहेगी। 21 वैदिक ब्राह्मण...

UP News: उत्तर प्रदेश को अयोध्या में बन रहे दिव्य और भव्य राम मंदिर में भगवान राम की मूर्ति की प्राण-प्रतिष्ठा अगले वर्ष 22 जनवरी को होगी। इस प्राण प्रतिष्ठा की सारी जिम्मेदारी काशी के सभी 21 वैदिक ब्राह्मणों के हाथ में रहेगी। 21 वैदिक ब्राह्मण अच्छे से इस कार्यक्रम को पूरा कराएंगे। समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी शामिल होंगे और मृगशिरा नक्षत्र में मूर्ति स्थापित कराएंगे।

बता दें कि अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा समारोह की शुरुआत 18 जनवरी से हो जाएगी। विधिवत प्राण प्रतिष्ठा की विधि का आरंभ गणेश, अंबिका पूजन, वरुण पूजन, मातृका पूजन, ब्राह्मण वरण, वास्तु पूजन से होगा। काशी के वैदिक पं. लक्ष्मीकांत दीक्षित के आचार्यत्व में वैदिक ब्राह्मणों की टोली 17 जनवरी को अयोध्या के लिए रवाना होगी। मुख्य आचार्य पं. लक्ष्मीकांत दीक्षित होंगे और उनके पुत्र जयकृष्ण दीक्षित और सुनील दीक्षित पूजन कराएंगे। 17 जनवरी को ही रामलला की प्रतिमा अयोध्या में नगर भ्रमण पर निकलेगी।

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साधु-संतों को भेजा जा रहा निमंत्रण
22 जनवरी 2024 को रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा समारोह होगा। इसमें शामिल होने के लिए बड़े-बड़े साधु-संतों को निमंत्रण भेजा जा रहा है। श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट डाक विभाग के जरिए साधु-संतों को निमंत्रण पत्र भेज रहा है। जिसकी एक तस्वीर सामने आई है। निमंत्रण पत्र के लिफाफे पर 'प्राण प्रतिष्ठा समारोह' लिखा गया है। इसके अंदर एक पत्र है। जिसमें साधु-संतों को रामलला प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव में शामिल होने के लिए निमंत्रण दिया गया है। निमंत्रण पत्र के साथ ही संतों महंतों से एक अपील भी की जा रही है कि संत छत्र चवर और निजी ठाकुर जी को लेकर कार्यक्रम स्थल पर न पहुंचें।

समारोह में देशभर से बड़ी संख्या में आएंगे भक्त
जानकारी के मुताबिक, राम मंदिर के गर्भगृह को सरयू से लाए गए 81 कलशों के जल से धोने के बाद वास्तु शांति और अन्नाधिवास कर्मकांड होंगे। रामलला का अन्नाधिवास, जलाधिवास और घृताधिवास होगा। 21 जनवरी को 125 कलशों से मूर्ति के दिव्य स्नान के बाद शय्याधिवास कराया जाएगा। 22 जनवरी को सुबह नित्य पूजन के बाद मध्याह्न काल में प्राण प्रतिष्ठा की महापूजा होगी। इस समारोह में देशभर से बड़ी संख्या में भक्तों के आने की उम्मीद है और करीब एक दिन में 75 हजार लोग आसानी से राम मंदिर में दर्शन कर सकेंगे। इसके लिए इंतजाम किए गए है। 

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