Edited By Tamanna Bhardwaj,Updated: 08 Mar, 2020 11:45 AM
भले ही योगी सरकार भ्रष्टाचार के मामले में जीरो टॉलरेंस की बात करती है, लेकिन इसका दायित्व संभालने वाली यूपी पुलिस खुद भ्रष्टाचार में लिप्त पाई गई है। मामला बुलंदशहर का है। जहां बुलंदशहर एसएसपी संतोष कुमार सिंह ने भ्रष्टाचार पर प्रहार करते हुए तीन...
बुलंदशहर: भले ही योगी सरकार भ्रष्टाचार के मामले में जीरो टॉलरेंस की बात करती है, लेकिन इसका दायित्व संभालने वाली यूपी पुलिस खुद भ्रष्टाचार में लिप्त पाई गई है। मामला बुलंदशहर का है। जहां बुलंदशहर एसएसपी संतोष कुमार सिंह ने भ्रष्टाचार पर प्रहार करते हुए तीन हैड कांस्टेबल और एक कांस्टेबल को निलंबित कर दिया है। साथ ही चारों के खिलाफ मामला भी दर्ज कराया है।
एसएसपी के मुताबिक, चारों पुलिसकर्मियों पर कुछ आम लोगों के साथ मिलकर आपराधिक गिरोह की तरह कार्य करने का आरोप है। जिसके चलते चारों पुलिसकर्मियों के आचरण भ्रष्टाचार की सीमा के अंतर्गत आता है। प्रथमदृष्टया आरोप सही पाए जाने पर आरोपियों के ख़िलाफ धारा 323, 386, 343 भादवि व 7/13 भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के अन्तर्गत एफआईआर दर्ज हुई है।
बता दें कि इस मामले में जांच सिकन्द्राबाद एएसपी गोपाल चौधरी को सौंपी गई है। अपराध शाखा के निरीक्षक योगेंद्र कुमार और सर्विलांस टीम भी जांच में मदद करेगी। चारों आरोपी संजीव मलिक, जाहिर हुसैन, योगराज सिंह और धीरज कुमार सिकंद्राबाद कोतवाली पर तैनाथ थे।