Edited By Tamanna Bhardwaj,Updated: 02 Jul, 2022 04:43 PM
बदायूं: उत्तर प्रदेश के बदायूं में आठ साल पहले फायरिंग में एक बुजुर्ग की मौत गई थी। बताया जा रहा है कि इस मौत के जिम्मेदार एक किशोर और दो किशोरी है।
बदायूं: उत्तर प्रदेश के बदायूं में आठ साल पहले फायरिंग में एक बुजुर्ग की मौत गई थी। बताया जा रहा है कि इस मौत के जिम्मेदार एक किशोर और दो किशोरी है। कोर्ट ने किशोर और किशोरियों को अनोखी सजा सुनाई है। कोर्ट ने आदेश दिया कि दोषी किशोर को 15 दिन और दोनों किशोरियों को 7 दिन वृद्धाश्रम में बुजुर्गों सेवा करनी पड़ेगी। साथ ही तीनों पर 10 -10 हजार रुपये का आर्थिक दंड भी लगाया है। बता दें कि तीनों किशोर और किशोरियां रिश्ते में भाई-बहन हैं।
यह मामला जिले के दातागंज क्षेत्र का है। जहां 25 जुलाई 2014 को एक बुजुर्ग की मौत फायरिंग में हुई थी। प्रेमपाल नाम के व्यक्ति ने इस मामले का खुलासा करते हुए पुलिस को बताया कि जब मैं अपने घर के बाहर था। उसी दौरान किशोर और किशोरियों का उनके बेटे वीरेन्द्र से किसी बात पर झगड़ा हो गया था। जिसके चलते इन तीनों ने उनके दामाद वीरेंद्र, बेटी कुमकुम और समधी विजेंद्र पर ईंट-पत्थर चलाए। वहीं फायरिंग भी की। फायरिंग में प्रेमपाल के समधी विजेंद्र घायल हो गए। वहीं इलाज के दौरान विजेंद्र की मौत हो गई।
सूचना के आधार पर पुलिस ने हत्या के प्रयास में किशोर और किशोरियों के खिलाफ नामजद एफआईआर दर्ज की थी लेकिन विजेंद्र की मौत के बाद यह मुकदमा हत्या में बदल गया। जिससे पुलिस ने इन दोषियों के खिलाफ चार्जशीट लगाते हुए नाबालिगों को किशोर न्यायालय बोर्ड भेजा था। किशोर बोर्ड की न्यायाधीश आंचल अधाना, सदस्य प्रमिला गुप्ता और अरविंद कुमार ने मामले की सुनवाई करते हुए सभी दोषियों को सुधार गृह में बिताई गई अवधि के बराबर सजा सुनाई। अब कोर्ट ने सजा सुनाते हुए आदेश दिया कि इन तीनों को वृद्धाश्रम में कुछ दिन तक सेवा करनी होगी।