Ayodhya News: वैदिक मंत्रोच्चार के बीच संपन्न हुआ प्रभु श्री राम का तिलकोत्सव, महिलाओं ने गाए मंगल गीत

Edited By Mamta Yadav,Updated: 18 Nov, 2024 05:33 PM

ayodhya lord shri ram s tilkotsav concluded amidst chanting of vedic mantras

इस समय विवाह का समय है। लिहाजा रामलला की प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम के बाद अब बारी है श्री राम और माता-सीता के विवाह की। जनकपुर में 6 दिसंबर को होने वाले विवाह उत्सव के पहले अयोध्या में भव्य तिलकोत्सव का आयोजन किया गया। तिलकोत्सव में शामिल होने नेपाल...

Ayodhya News, (संजीव आजाद): इस समय विवाह का समय है। लिहाजा रामलला की प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम के बाद अब बारी है श्री राम और माता-सीता के विवाह की। जनकपुर में 6 दिसंबर को होने वाले विवाह उत्सव के पहले अयोध्या में भव्य तिलकोत्सव का आयोजन किया गया। तिलकोत्सव में शामिल होने नेपाल के मुख्यमंत्री और नेपाल के कैबिनेट मिनिस्टर, मेयर समेत 40 गणमान्य व्यक्तियों का डेलिगेशन सैकड़ों तिलकहरु के साथ इस तिलकोत्सव में भाग लेने अयोध्या पहुंचे। श्री राम और माता-सीता के विवाह का यह उत्सव भारत और नेपाल के बीच रिश्तों में सेतु का काम करेगा।
PunjabKesari
अयोध्या में प्रतिवर्ष श्री राम विवाह का आयोजन धूमधाम से होता है लेकिन यह पहली बार है कि प्रभु श्री राम के तिलकोत्सव का भी भव्य आयोजन किया जा रहा है। यह कार्यक्रम कितना खास है इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि जनकपुर मधेश प्रदेश के मुख्यमंत्री और नेपाल के चार कैबिनेट मिनिस्टर समेत अलग-अलग क्षेत्र के कई मेयर का 40 लोगों का डेलिगेशन भी तिलक लेकर सैकड़ों लोगों का दल अयोध्या पहुंचा। यह अपने साथ 501 प्रकार के नेग सामग्री तिलक चढ़ाने के लिए अपने साथ लाए। नेग में परिधान, आभूषण, विभिन्न प्रकार के मिष्ठान्न, मेवा, फल आदि शामिल है। अयोध्या के रामसेवक पुरम में वैदिक मंत्रोच्चारण के बीच प्रभु श्री राम का तिलकोत्सव कार्यक्रम आयोजित किया गया। जिसमें राजा दशरथ की भूमिका में ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय नजर आए तो वहीं नेपाल मधेश के मुख्यमंत्री सतीश कुमार सिंह जनक की भूमिका में।
PunjabKesari
नेपाल के जनकपुर में विवाह पंचमी के दिन 6 दिसंबर को माता-सीता और श्री राम का विवाह उत्सव होगा। इसके लिए 26 नवंबर को ही अयोध्या से महाराज दशरथ और श्री राम, लक्ष्मण, भरत, शत्रुघ्न दूल्हे के रूप में नेपाल के लिए बारात लेकर रवाना होंगे। इस बारात में साधु संतों के साथ बड़ी संख्या में प्रबुद्ध और गणमान्य व्यक्ति नेपाल के जनकपुर पहुंचेंगे। प्रभु राम और माता-सीता का यह विवाह न सिर्फ अयोध्या और जनकपुर में उत्सव के रूप में मनाया जाएगा बल्कि इससे भारत और नेपाल के बीच संबंध भी प्रगाढ़ होंगे।
PunjabKesari

Related Story

Trending Topics

Afghanistan

134/10

20.0

India

181/8

20.0

India win by 47 runs

RR 6.70
img title
img title

Be on the top of everything happening around the world.

Try Premium Service.

Subscribe Now!