'भारतीय राजनीति के अजातशत्रु थे अटल...' पूर्व प्रधानमंत्री की 100वीं जयंती पर बोले सीएम योगी

Edited By Pooja Gill,Updated: 19 Dec, 2024 01:14 PM

atal was the enemy of indian politics

लखनऊ: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को कहा कि भारत रत्न एवं पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी भारतीय राजनीति के अजातशत्रु थे। उन्हें सुशासन का प्रतीक माना जाता है। उन्होंने कहा ‘‘राजनीतिक अस्थिरता को स्थिरता में बदलना...

लखनऊ: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को कहा कि भारत रत्न एवं पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी भारतीय राजनीति के अजातशत्रु थे। उन्हें सुशासन का प्रतीक माना जाता है। उन्होंने कहा ‘‘राजनीतिक अस्थिरता को स्थिरता में बदलना, सुशासन के लक्ष्यों को प्राप्त करना, देश के अंदर अंत्योदय की योजना, हर गरीब-वंचित को अधिकार मिले, अंत्योदय कार्ड-राशन उपलब्ध कराने की कार्रवाई हो, प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना, अनुसूचित जाति-जनजाति या पिछड़े वर्ग को उनका अधिकार दिलाने के साथ ही स्वर्णिम चतुर्भुज, विश्व स्तरीय इंफ्रास्ट्रक्चर व हाईवे अटल जी की देन है।'' 

'अटल जी की पैतृक जन्मभूमि उत्तर प्रदेश है' 
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को संगीत नाटक अकादमी में सुशासन सप्ताह का शुभारंभ किया। उन्होंने वाजपेयी के व्यक्तित्व, कृतित्व पर लगाई गई प्रदर्शनी का शुभारंभ व अवलोकन किया। अटल बिहारी वाजपेयी के जन्मदिवस की 100वीं वर्षगांठ पर 25 दिसंबर तक सुशासन सप्ताह मनाया जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि भारत मां के महान सपूत, पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का यह जन्म शताब्दी वर्ष है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की प्रेरणा से आज से पूरे देश-प्रदेश में सुशासन सप्ताह का शुभारंभ हो रहा है। अटल जी की पैतृक जन्मभूमि उत्तर प्रदेश है। उन्होंने अपनी कर्मभूमि के रूप में भी उत्तर प्रदेश को ही चुना। बलरामपुर व लखनऊ से कई बार उन्होंने संसद में उत्तर प्रदेश का प्रतिनिधित्व किया। विदेश मंत्री, प्रधानमंत्री के रूप में भी उन्होंने देश को सक्षम नेतृत्व प्रदान किया। 

'अटल जी कवि, पत्रकार, साहित्यकार व राजनेता थे' 
सीएम योगी ने कहा, अटल जी कवि, पत्रकार, साहित्यकार व राजनेता थे। वे समन्वय के साथ सबको लेकर चलने का सामर्थ्य रखते थे। वे भारतीय राजनीति के अजातशत्रु कहे जाते थे। अटल जी का छह दशक का सार्वजनिक जीवन बिना किसी कलंक के रहा। योगी ने कहा कि आज से हर जनपद में कार्यक्रम प्रारंभ हुए है, जो सप्ताह भर (25 दिसंबर) चलेंगे। स्कूली बच्चों के लिए सुशासन पर निबंध लेखन, उच्च शिक्षा स्तर पर भाषण, पेंटिंग प्रतियोगिता, ग्रामीण क्षेत्र में संगोष्ठी के आयोजन हो रहे हैं। इसके साथ ही पूरे वर्ष भर भी आयोजन होंगे। विजेताओं को 25 दिसंबर को सम्मानित किया जाएगा। इस दिन शाम को अटल जी की कविताओं पर आधारित काव्य संध्या भी हर जनपद, स्कूलों-कॉलेजों में होगी। इसमें नवोदित कवियों को मंच प्रदान किया जाएगा।      

'अटल जी की सेवाएं व कृतित्व देशवासियों के लिए प्रेरणा है'
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि अटल जी की सेवाएं व कृतित्व देशवासियों के लिए प्रेरणा है। सुशासन सप्ताह के शुभारंभ अवसर पर प्रदेश के हर स्कूल-कॉलेज, संस्थान में इससे संबंधित कार्यक्रम होंगे। श्रद्धेय अटल जी के आदर्शों से प्रेरणा हम सभी का मार्गदर्शन होगा। अटल जी ने सुशासन के जिन लक्ष्यों को देखा और सोचा था, पीएम मोदी के नेतृत्व में देश इसे प्रभावी ढंग से लागू भी कर रहा है। यह लक्ष्य प्रदेश भी प्राप्त करेगा। इस अवसर पर उच्च शिक्षा मंत्री योगेंद्र उपाध्याय, संस्कृति व पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह आदि मौजूद रहे।  

Related Story

Trending Topics

Afghanistan

134/10

20.0

India

181/8

20.0

India win by 47 runs

RR 6.70
img title
img title

Be on the top of everything happening around the world.

Try Premium Service.

Subscribe Now!