Edited By Ramkesh,Updated: 14 Sep, 2024 02:39 PM
उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने हिन्दी दिवस के अवसर पर राजधानी लखनऊ में पार्टी कार्यालय में साहित्यकारों को सम्मानित किया। इस दौरान उन्होंने प्रदेशवासियों को हिन्दी दिवस की शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि आजादी के समय में...
लखनऊ: उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने हिन्दी दिवस के अवसर पर राजधानी लखनऊ में पार्टी कार्यालय में साहित्यकारों को सम्मानित किया। इस दौरान उन्होंने प्रदेशवासियों को हिन्दी दिवस की शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि आजादी के समय में ही हिंदी का विशेष योगदान है कही कही पर भाषाओं को लेकर विवाद भी हो जाता है। जितना हिंदी भाषा का सम्मान हम लोग कर रहे है उतना ही राष्ट्रीय भाषाओं का भी सम्मान करना चाहिए। उन्होंने कहा कि हिंदी दिवस के मौके पर साहित्यकारों को सम्मानित करने का मौका मिला है। डॉ राम मनोहर लोहिया जी ने हिंदी को बढ़ाने का काम किया हम सब उनके विचारों को आगे बढ़ाने का काम करेंगे।
आप क्यों मिले थे मंगेश यादव के परिवार से?
कर्ण को लेकर पूछे गए सवाल पर अखिलेश यादव ने कहा अगर अपने विचारों को लेकर सिद्धांतों को लेकर कुछ त्याग करना होगा तो हम तैयार है। आप क्यों मिले थे मंगेश यादव के परिवार से? उन्होंने इस सवाल का जवाब देते हुए कहा कि मैंने सच्चाई जानने के लिए मंगेश के परिवार से मुलाकात की थी। यूपी पुलिस फर्जी एनकाउंटर कर रही है। मंगेश यादव को घर से उठाकर मारा गया था। मैं सच्चाई जानने के लिए उनके परिवार से मिला था। उन्होंने आरोप लगाया कि यूपी पुलिस साजिश करने और एनकाउंटर करने का काम कर रही है। पुलिस को दिए गए मंगेश के परिवार के बयान पर उन्होंने कहा कि पुलिस के डर से कोई भी कुछ भी बयान दे सकता है।
मठाधीश और माफिया वाले बयान दी सफाई
अखिलेश यादव से जब पूछा गया कि अयोध्या में संतों ने उनके बयान पर नाराजगी जताई है। अखिलेश यादव ने कल आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में बयान दिया था कि मठाधीश और माफिया एक ही जैसे होते हैं। इस उन्होंने कहा कि जब किसी नेता ने नारा दिया था कि ...इनको मारो जूते चार तो इन लोगों ने क्यों नाराजगी नहीं जताई थी।
राजनीति को बदलने वाला था सपा-बसपा गठबंधन
अखिलेश यादव ने कहा कि सपा-बसपा का गठबंधन देश की राजनीति को बदलने वाला था लेकिन हमें धोखा मिला। ये बात बहुत छोटी है कि किसने किसका फोन नहीं उठाया। जिस समय मुझे गठबंधन टूटने की सूचना मिली उस समय बसपा के एक नेता मेरे साथ मंच पर बैठे थे। मैंने उनसे पूछा कि गठबंधन क्यों तोड़ा? तो उन्होंने कहा कि हमें और आपको दोनों को धोखा मिला है। सपा बसपा का गठबंधन देश की राजनीति को बदलेगा पर ऐसा नहीं हो पाया ,कौन किसका फोन नहीं उठाया अलग बात है। बसपा के एक जो मेरे बगल में बैठे थे उस नेता गठबंधन टूटने पर बोले थे की ऐसा धोखा हमे भी मिला था।