Edited By Mamta Yadav,Updated: 12 Feb, 2025 03:44 PM
![accident in maha kumbh boat capsized at sangam before amrit snan](https://img.punjabkesari.in/multimedia/914/0/0X0/0/static.punjabkesari.in/2025_2image_15_43_035964738san-ll.jpg)
प्रयागराज महाकुंभ में माघी पूर्णिमा के अमृत स्नान से पहले मंगलवार की देर रात श्रद्धालुओं से भरी एक नाव संगम तट पर पलट गई। हादसे के दौरान नाव में 10 श्रद्धालु सवार थे, जिनमें से दो श्रद्धालु लापता हो गए और 8 को गंभीर हालत में एसआरएन अस्पताल के आईसीयू...
Mahakumbh 2025: प्रयागराज महाकुंभ में माघी पूर्णिमा के अमृत स्नान से पहले मंगलवार की देर रात श्रद्धालुओं से भरी एक नाव संगम तट पर पलट गई। हादसे के दौरान नाव में 10 श्रद्धालु सवार थे, जिनमें से दो श्रद्धालु लापता हो गए और 8 को गंभीर हालत में एसआरएन अस्पताल के आईसीयू में भर्ती कराया गया है।
![PunjabKesari](https://static.punjabkesari.in/multimedia/15_43_552728568sangam1.jpg)
सभी ने लाइफ जैकेट पहन रखी थी
बता दें कि हादसे के दौरान नाव में 10 यात्री सवाल थे सभी ने लाइफ जैकेट पहन रखी थी। ये सभी देहरादून और कर्नाटक के रहने वाले थे। जल पुलिस के जवानों और गोताखोरों ने 8 लोगों को बचा लिया, लेकिन मिलिट्री इंजीनियरिंग सर्विस (एमईएस) के ठेकेदार सुरेश कुमार अग्रवाल और उनकी रिश्तेदार ललिता लापता हो गई। जल पुलिस और एनडीआरएफ की टीम सर्च ऑपरेशन चला रही है। मगर अभी तक दोनों का कुछ पता नहीं चला है। वहीं लापता की तलाश में जल पुलिस, एसडीआरएफ, एनडीआरएफ की टीम जुटी हुई है। बताया गया है कि देहरादून में हनुमान चौक के पास रहने वाले सुरेश कुमार अग्रवाल एमईएस में ठेकेदार हैं। वह अपनी पत्नी ऊषा देवी, दोस्त महाबीर, बृजलाल, सुरेश चंद्र, गीता देवी के साथ महाकुंभ मेला क्षेत्र में ठहरे हुए थे।
जानिए पूरा मामला
गौरतलब है कि सभी लोग अरैल घाट से एक चप्पू नाव पर सवार हुए। उनके साथ ही बेंगलुरू निवासी रवि किरण और उनके माता-पिता भी नाव पर बैठ गए। जब नाव संगम पर पहुंची तो पानी का बहाव काफी तेज था। श्रद्धालु अपनी-अपनी लाइफ जैकेट उतारकर नाव पर रख दिए। इसके बाद नाव से उतरने लगे लेकिन एकाएक सभी लोग खड़े होकर एक तरफ आ गए, जिससे वह पलट गई। चीख-पुकार मचते ही जल पुलिस, गोताखोर, एसडीआरएफ, एनडीआरएफ के जवान मौके पर पहुंच गए और डूबे रहे लोगों को किसी तरह पानी से बाहर निकाला। आनन-फानन सभी को वाटर एंबुलेंस की मदद से घाट तक पहुंचाया गया। फिर चार लोगों को स्वरूपरानी नेहरू अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उनकी हालत चिंताजनक बताई गई है।