Edited By Anil Kapoor,Updated: 11 Nov, 2023 08:42 AM
Meerut News: उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले में एक ऐसा मामला सामने आया है, जिसके बारे में जानकर आप हैरान रह जाएंगे। जहां मेरठ मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया 4 हाथ और 4 पैर वाला बच्चा चर्चाओं का विषय बना हुआ है। इस बच्चे को उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर की...
(आदिल रहमान)Meerut News: उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले में एक ऐसा मामला सामने आया है, जिसके बारे में जानकर आप हैरान रह जाएंगे। जहां मेरठ मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया 4 हाथ और 4 पैर वाला बच्चा चर्चाओं का विषय बना हुआ है। इस बच्चे को उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर की महिला ने बीती 6 नवंबर को जन्म दिया है । 4 हाथ और 4 पैर वाले इस बच्चों को देखकर परिजन घबरा गए थे और इलाज के लिए इस बच्चे को मेरठ मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है। जहां डॉक्टरों ने बताया कि महिला के गर्भ में जुड़वा बच्चे थे जिसमें एक भ्रूण अविकसित रह गया और इसी वजह से इस बच्चे ने इस तरह का रूप लिय । मेडिकल कॉलेज के डॉक्टरों ने बच्चों को नार्मल करने के लिए इसका इलाज भी शुरू कर दिया है।
4 पैर और 4 हाथ वाला बच्चा बना चर्चा का विषय
मिली जानकारी के मुताबिक, मेरठ मेडिकल कॉलेज में मुजफ्फरनगर में जन्मे एक बच्चे को इलाज के लिए भर्ती कराया गया है। खास बात यह है कि इस बच्चे के जन्म से ही 4 पैर और 4 हाथ हैं । जब यह बच्चा जन्मा तो इसके परिजन इसकी हालत देखकर घबरा गए थे और उन्होंने तुरंत इस बच्चे को मेरठ मेडिकल कॉलेज में इलाज के लिए भर्ती कराया। अनोखे जन्मे बच्चे को भर्ती कराए जाने के बाद डॉक्टर की टीम ने इस बच्चे की जांच की और जांच के बाद यह बात सामने आई की महिला के गर्भ में 2 भ्रूण थे। जिनमें से एक भ्रूण का विकास तो पूरी तरीके से हुआ जबकि दूसरा भ्रूण अविकसित रह गया।
जानिए, इस मामले में क्या कहना है डॉक्टरों की टीम का?
आपको बता दें कि डॉक्टरों की टीम का कहना है कि गर्भ में दूसरे बच्चे का सिर्फ कमर के नीचे का शरीर ही बन पाया था और वह शरीर भी पहले बच्चे के शरीर में जुड़ता चला गया। इसी वजह से इस बच्चे के 4 पैर , 4 हाथ और 2 जननांग है। डॉक्टर की टीम का कहना है इस तरह का मामला 50 से 60 हज़ार में से किसी एक बच्चे में सामने आता है। जहां एक बच्चा विकसित हो जाता है जबकि दूसरा बच्चा अविकसित रहता है और फिलहाल बच्चों को इलाज के लिए मेरठ मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है। जहां उसका इलाज शुरू कर दिया गया है।