Edited By Ajay kumar,Updated: 23 Sep, 2020 02:38 PM
एक बार फिर साधु-संतों ने हिंदुस्तान को हिंदू राष्ट्र घोषित करने की मांग उठाई है। हिंदू राष्ट्र के लिए अयोध्या की तपस्वी छावनी के महंत परमहंस 12 अक्टूबर से आमरण अनशन करेंगे।
अयोध्या: एक बार फिर साधु-संतों ने हिंदुस्तान को हिंदू राष्ट्र घोषित करने की मांग उठाई है। हिंदू राष्ट्र के लिए अयोध्या की तपस्वी छावनी के महंत परमहंस 12 अक्टूबर से आमरण अनशन करेंगे। महंत परमहंस ने इसकी सूचना पत्र लिखकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व राष्ट्रपति को दे दी है। उन्होंने मांग की है कि अयोध्या की तरह काशी और मथुरा को भी मुक्त करवाया जाना चाहिए। बता दें कि परमहंस इससे पहले राम मंदिर के लिए 12 दिनों तक आमरण अनशन कर चुके हैं जिस पर मुख्यमंत्री योगी ने उन्हें मंदिर निर्माण का आश्वासन देकर अनशन तुड़वाया था।
भारत एक हिंदू राष्ट्र है और इससे समझौता नहीं किया जा सकता: मोहन भागवत
2 अक्टूबर 2019 को एक कार्यक्रम में पहुंचे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) प्रमुख मोहन भागवत ने कहा कि संघ को किसी भी विचारधारा में नहीं बांधा जा सकता है। संघ किसी भी विचार में विश्वास नहीं करता है और उसे किसी भी पुस्तक से दर्शाया जा सकता है, ‘जिसमें संघ के दूसरे प्रमुख एम एस गोलवकर की किताब भी शामिल है। उन्होंने कहा, संघ का मूल्य यह है कि भारत एक हिंदू राष्ट्र है और इससे कोई समझौता नहीं किया जा सकता है।’
भारत को हिंदू राष्ट्र बनाने के लिए ठोस कदम उठाए मोदी सरकार: मेघालय हाईकोर्ट के जज
13 दिसंबर 2018 को मेघालय हाईकोर्ट के जस्टिस एस.आर. सेन ने भी भारत को हिंदू राष्ट्र बनाने की मांग की थी। उन्होंने कहा था कि बंटवारे के बाद ही भारत को हिंदू राष्ट्र घोषित कर देना चाहिए था और अगर किसी ने इसे इस्लामिक मुल्क बनाने की कोशिश की तो यह भारत और पूरे विश्व के लिए काला दिन होगा। जस्टिस एसआर सेन ने आगे कहा, ‘इन चीजों का महत्व केवल श्री नरेंद्र मोदीजी के नेतृत्व वाली वर्तमान सरकार ही समझ सकती है और इसके लिए उसे ठोस कदम उठाना चाहिए।’