Edited By ,Updated: 13 May, 2016 03:22 PM

सपा मुखिया मुलायम सिहं यादव को धमकी देने के आरोप में निलम्बित किए गए आई.जी. अमिताभ ठाकुर ने 10 महीनों के बाद ड्यूटी ज्वाइन कर ली है...
लखनऊ: सपा मुखिया मुलायम सिहं यादव को धमकी देने के आरोप में निलम्बित किए गए आई.जी. अमिताभ ठाकुर ने 10 महीनों के बाद ड्यूटी ज्वाइन कर ली है। अमिताभ ठाकुर ने धोनी से लेकर यू.पी. सरकार के अफसरों से पंगा लिया हुआ है।
मैच हारने पर धोनी को भेजा 1000रु. का चैक...
जानकारी के अनुसार 2015 में वर्ल्ड कप में ऑस्ट्रेलिया से सैमीफाइनल हारने के बाद कैप्टन धोनी को अमिताभ ठाकुर ने 1000 रुपए का चैक भेजा था। इसी साल में उन्होंने 28 मार्च को धोनी के नाम एक पत्र लिखा था जिसमें उन्होंने मैच हारने के लिए बधाई दी थी।
असहिष्णुता को लेकर आमिर की फिल्म देखने से किया इंकार
असहिष्णुता को लेकर आमिर खान द्वारा दिए बयान का चारों तरफ विरोध हुआ था। इस पर अमिताभ ठाकुर ने कहा था कि आमिर खान ने देश के लिए गलत शब्दों का प्रयोग किया है। अब मैं आमिर खान की कोई भी फिल्म नहीं देखूंगा।
मुलायम पर लगाया था फोन पर धमकी देने का आरोप
आई.पी.एस. अमिताभ ठाकुर ने 10 जुलाई 2015 को मुलायम सिंह यादव द्वारा फोन पर धमकी देने का आरोप लगाया था। अमिताभ ठाकुर इस धमकी को रिकार्ड कर पब्लिक डोमेन में भी लाए थे। फोन पर मुलायम सिंह यादव ने कहा था कि पिछली बार से ज्यादा बुरी हालत करूंगा, सुधर जाओ।
फेसबुक पर भी दर्ज कराई थी FIR
अमिताभ सोशल साइट्स पर भी काफी सक्रिय रहते हैं। फेसबुक पर एक यूजर ने 'आई हेट गांधी' नाम से पेज शुरू किया। इस दौरान महात्मा गांधी पर अपमानजनक कमेंट किए जा रहे थे। इसके बाद अमिताभ ठाकुर ने पेज के खिलाफ फेसबुक से शिकायत की, लेकिन काई कार्रवाई न होने पर उन्होंने फेसबुक के खिलाफ थाने में एफ.आई.आर. दर्ज कराई।
अमिताभ ने 'गार्ड ऑफ ऑनर 'का भी किया था विरोध
बता दें कि अमिताभ ठाकुर पहली बार उस समय चर्चा में आए थे जब उन्होंने माननीयों को दिए जाने वाले पुलिस के 'गार्ड ऑफ ऑनर' का विरोध किया था। अमिताभ ने इसे खत्म करने के लिए उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव आलोक रंजन को पत्र लिखकर कहा था कि 'गार्ड ऑफ ऑनर' पाने वाले कुछ मंत्री आपराधिक चरित्र के होते हैं, जिन्हें पुलिस को 'गार्ड ऑफ ऑनर' देना पड़ता है।
प्रदीप शुक्ला की बहाली पर उठाए सवाल
अमिताभ ठाकुर ने उत्तर प्रदेश के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के पूर्व चीफ सैक्रेटरी प्रदीप शुक्ला की बहाली पर भी सवाल उठाए थे। प्रदीप शुक्ला उत्तर प्रदेश के एन.आर.एच.एम. घोटाले में आरोपी थे। इसलिए अमिताभ ने उनकी बहाली पर सवाल उठाया कि किस वजह से उन्हें बहाल किया गया।
मामले की जांच के लिए खुद जाते थे घटनास्थल पर
अमिताभ ठाकुर कई बड़े-बड़े मामलों की जांच के लिए अॉफिस से छुट्टी लेकर स्वयं ही जांच के लिए चले जाते थे। बताया जाता है कि कुछ माह पहले बाराबंकी के एक थाने में महिला को जिंदा जलाया गया था। इस पर अमिताभ ठाकुर ने पोस्ट किया था कि इसकी सच्चाई को जानने के लिए वे खुद 11 जुलाई को वहां जाएंगे।
खिलाड़ियों के नाम को लेकर BCCI को भी दे चुके हैं चुनौती
BCCI की ओर से राष्ट्रीय खेल पुरस्कारों के लिए खिलाड़ियों के नाम भेजने पर अमिताभ ने इलाहाबाद हाईकोर्ट में चुनौती दी थी। उनका कहना था कि सिर्फ राष्ट्रीय खेल संघ ही इन खेल पुरस्कारों के लिए नाम भेज सकते हैं। उन्होंने कहा कि BCCI गैर-मान्यता प्राप्त पूरी तरह से एक निजी खेल संघ है। इसलिए उसे पुरस्कारों के लिए नाम भेजने का कोई अधिकार नहीं है।
महिलाओं को अकेले मिलने से किया इंकार
सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव का टेप लीक होने के बाद गाजियाबाद की एक महिला ने अमिताभ ठाकुर पर रेप का आरोप लगाया था। लेकिन अमिताभ ने इस आरोप को गलत बताया था। इस घटना के बाद अमिताभ ठाकुर ने घर और अॉफिस में महिलाओं को अकेले मिलने से साफ मना कर दिया था।