Edited By Ajay kumar,Updated: 26 Feb, 2020 01:25 PM
14 फरवरी 2019 में हुए पुलवामा हमले में 40 जवान शहीद हो गए थे। उसके बाद सरकार ने मुआवजे की राशि उनके परिजनों को दी थी लेकिन शहीद विजय सोरेंग की पत्नी का कहना है कि उसे मुआवजे की राशि नहीं मिली। इसके चलते महिला ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से मुलाकात की...
रांची: 14 फरवरी 2019 में हुए पुलवामा हमले में 40 जवान शहीद हो गए थे। उसके बाद सरकार ने मुआवजे की राशि उनके परिजनों को दी थी लेकिन शहीद विजय सोरेंग की पत्नी का कहना है कि उसे मुआवजे की राशि नहीं मिली। इसके चलते महिला ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से मुलाकात की है।
जानकारी के अनुसार, शहीद विजय सोरेंग राज्य के सिमडेगा जिले के रहने वाले थे। उनकी पत्नी विमला देवी ने सीएम को बताया कि मुआवजे की रकम उनके पति की पहली पत्नी कर्मेला बा को दे दी गई थी। कार्मेल बा ने 1992 में धोखे से उसके पति से शादी कर ली थी और बाद में शपथपत्र बनवाकर मुआवजे की राशी ले रही है। विमला देवी ने बताया कि उनकी आर्थिक स्थिति बहुत खराब है। वह सब्जी बेचकर मुश्किल से अपना और बच्चों का गुजारा करती है।
महिला की बात सुनने के बाद मुख्यमंत्री ने कहा झारखंड हमेशा शहीदों और उनके परिजनों का ऋणी रहेगा। शहीदों के परिजनों की उम्मीदों के अनुरूप सरकार कार्य करेगी ।वहीं (झामुमो) झारखंड मुक्ति मोर्चा के केंद्रीय महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि हमारी सरकार झूठे वादों में नहीं रहती है. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने जिस बातों को कहा है, उसको संवेदना के साथ पूरा किया जाएगा।
साथ ही भट्टाचार्य पूर्व सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि पुलवामा हमले के मामले में पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा था कि हम अपनी सैलरी दे देंगे और पूरा मंत्रिमंडल की भी सैलरी शहीदों के परिवार को मिलेगा, लेकिन ऐसा नहीं हुआ है।