Edited By prachi,Updated: 13 Aug, 2019 12:13 PM
बिहार सरकार के द्वारा स्वास्थ्य सुविधाओं को लेकर किए जा रहे दावों की पोल खोलता एक मामला सामने आया है। अस्पताल प्रबंधन के द्वारा परिजनों को शव वाहन तक मुहैया नहीं करवाया गया जिसके चलते परिजन शव को बाइक से ही पोस्टमार्टम करवाने लेकर गए। जानकारी के...
सहरसाः बिहार सरकार के द्वारा स्वास्थ्य सुविधाओं को लेकर किए जा रहे दावों की पोल खोलता एक मामला सामने आया है। अस्पताल प्रबंधन के द्वारा परिजनों को शव वाहन तक मुहैया नहीं करवाया गया जिसके चलते परिजन शव को बाइक से ही पोस्टमार्टम करवाने लेकर गए।
जानकारी के अनुसार, परिजन इलाज के लिए बच्चे को अस्पताल लेकर गए थे जहां उसकी मौत हो गई। अस्पताल प्रबंधन के द्वारा परिजनों को शव वाहन मुहैया नहीं करवाया गया जिसके चलते परिजन शव को बाइक से ही पोस्टमार्टम करवाने लेकर गए।
इसके बाद बच्चे के परिजन करीब तीन घंटे तक शव को हाथों में पकड़कर पोस्टमार्टम करवाने के लिए खड़े रहे। मांग करने के बाद भी उन्हें स्ट्रेचर उपलब्ध नहीं करवाया गया। इसके बाद पोस्टमार्टम रूम का दरवाजा किसी ने नहीं खोला तो परिजनों ने खुद से ही पोस्टमार्टम रूम का दरवाजा खोला और शव को अंदर रखा।