Edited By Moulshree Tripathi,Updated: 24 Nov, 2020 08:24 AM
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि मौजूदा केन्द्र और राज्य सरकार वैश्विक महामारी कोविड-19 की चुनौती को अवसर में बदलने का कार्य कर रही
लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि मौजूदा केन्द्र और राज्य सरकार वैश्विक महामारी कोविड-19 की चुनौती को अवसर में बदलने का कार्य कर रही है। सीएम ने सोमवार को कोविड-19 की जांच के लिए राजकीय एवं निजी मेडिकल कॉलेजों में नवस्थापित बीएसएल लैब तथा कोविड-19 एवं डेंगू के उपचार के लिए एफेरेसिस व केमिल्यूमिनिसेन्स फैसिलिटी का लोकार्पण एवं शुभारम्भ वर्चुअल माध्यम से किया।
उन्होंने कहा कि पिछले आठ महीने से पूरी दुनिया कोविड-19 से जूझ रही है। प्रदेश सरकार ने बेहतर अन्तर्विभागीय समन्वय स्थापित करते हुए एक कारगर रणनीति बनाई, जिससे बेहतर कोविड मैनेजमेंट की व्यवस्था हो पायी। प्रधानमंत्री के कुशल मार्गदर्शन में प्रदेश सरकार ने बेहतर अन्तर्विभागीय समन्वय स्थापित कर कोविड-19 की चुनौती का सामना करने के लिए कारगर रणनीति बनाई, जिसकी सराहना डब्ल्यूएचओ ने की। पिछली 23 मार्च को प्रदेश की कोविड-19 टेस्टिंग क्षमता मात्र 72 थी जो आज बढ़कर प्रतिदिन 01 लाख 75 हजार टेस्ट तक पहुंच गयी है।
उन्होंने आगे कहा कि अब तक प्रदेश में एक करोड़ 80 लाख लोगों के कोरोना टेस्ट किये जा चुके हैं। कोरोना मरीजों के लिए बेहतर सुविधा देने के द्दष्टिगत 1.75 लाख से अधिक कोविड बेड स्थापित किये गये हैं। उन्होंने कहा कि कोविड-19 के खिलाफ अभियान के अन्तर्गत राज्य सरकार द्वारा आज यह नई व्यवस्था प्रारम्भ की जा रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में कोविड-19 के प्रसार को रोकने में कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग व सर्विलान्स सिस्टम एक महत्वपूर्ण कड़ी है। कोरोना काल खण्ड में भी प्रदेश सरकार ने विकास की गति को सतत बनाये रखा है। पहले काफी लोग इन्सेफेलाइटिस से काल कवलित हो जाया करते थे। मौजूदा सरकार द्वारा चिकित्सा व्यवस्था के सुद्दढ़ीकरण के साथ-साथ स्वच्छता व शुद्ध पेयजल के लिए किये गये कार्यों से इन आकड़ों में चमत्कारी परिवर्तन देखने को मिला है। उन्होने कहा कि जब तक कोरोना की कोई वैक्सीन नहीं आ जाती है, तब तक सतकर्ता और बचाव ही इसका उपचार है।