Edited By Pooja Gill,Updated: 13 Jun, 2024 09:54 AM
![tragic accident in ghaziabad a massive fire broke](https://img.punjabkesari.in/multimedia/914/0/0X0/0/static.punjabkesari.in/2024_6image_09_53_148771917unnamed-ll.jpg)
Ghaziabad News: उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद जिले में एक दर्दनाक हादसा हो गया है। यहां पर लोनी के बेहटा हाजीपुर गांव में पार्किंग ठेकेदार सारिक के दो मंजिला मकान में बुधवार रात आठ बजे भीषण आग लग गई। इस हादसे में दो मासूम बच्चे और दो महिलाओं समेत पांच...
Ghaziabad News: उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद जिले में एक दर्दनाक हादसा हो गया है। यहां पर लोनी के बेहटा हाजीपुर गांव में पार्किंग ठेकेदार सारिक के दो मंजिला मकान में बुधवार रात आठ बजे भीषण आग लग गई। इस हादसे में दो मासूम बच्चे और दो महिलाओं समेत पांच लोग जिंदा जल गए। ये पांचों धुएं की वजह से बाहर नहीं निकल सके। हादसे के बाद घटनास्थल पर चीख-पुकार मच गई। हादसे की जानकारी होने पर पुलिस मौके पर पहुंची और फायर ब्रिगेड की मदद से आग पर काबू पाया।
मकान की नीचे की मंजिल में लगी आग
इस मामले की जानकारी देते हुए पुलिस ने बताया कि बुधवार देर रात लोनी बॉर्डर थाना क्षेत्र स्थित एक मकान में आग लग गई। आग मकान की नीचे की मंजिल में लगी और ऊपर मौजूद लोग उसमें फंस गए। उन्होंने बताया कि सूचना मिलने पर पुलिस और दमकल विभाग के कर्मी मौके पर पहुंचे और आग बुझायी। इस घटना में दो बच्चों समेत कुल पांच लोगों की मृत्यु हो गई तथा दो अन्य लोग झुलसकर घायल हो गए। उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। मृतकों में सैफुल रहमान (35), उसकी पत्नी नाजरा (26), उनकी बेटी इकरा (सात), परवीन (28) और मोहम्मद फैज (सात माह) शामिल हैं।
शॉर्ट सर्किट की वजह से आग लगने की आशंका
आग लगने के कारणों के बारे में पुलिस ने चश्मदीदों के हवाले से बताया कि घर के अंदर भारी मात्रा में फोम रखा हुआ था और संदेह है कि शॉर्ट सर्किट से अचानक लगी आग फोम की वजह से पूरे घर में फैल गई, जिससे वहां मौजूद लोग बाहर नहीं निकल सके। घटना के असल कारणों का पता जांच के बाद ही लग पाएगा। पुलिस अधिकारी ने कहा कि घायल हुए अर्श (10) और उज्मा (25) को दिल्ली के जीटीबी अस्पताल में भर्ती कराया गया तथा अर्श को बाद में छुट्टी दे दी गई।
दो घंटे में आई दमकल
वहीं, मौके पर मौजूद लोगों का कहना है कि आग लगने के दस मिनट बाद ही सूचना दे दिए जाने के बावजूद दमकल दो घंटे बाद पहुंची। दो दमकलों ने एक घंटे में आग पर काबू पाया। धुआं होने की वजह से शव निकालने में देरी हो गई। लोगों ने यह भी बताया कि दमकल के आने से पहले लोग खुद ही बाल्टियों से पानी डालकर आग बुझाने की कोशिश करते रहे। शव बुरी तरह झुलस गए।