Edited By Imran,Updated: 12 Dec, 2024 04:38 PM
समाजवादी पार्टी का 16 सदस्यीय डेलिगेशन आज 12 दिसंबर 2024 को किसानों से मिलने के लिए दिल्ली से गौतमबुद्धनगर की लुक्सर जेल के लिए रवाना हुआ। सपा के डेलिगेशन को जेल जाने की अनुमति नहीं मिली और ग्रेटर नोएडा के परी चौक पर ही समाजवादी पार्टी के सभी नेताओं...
लखनऊ : समाजवादी पार्टी का 16 सदस्यीय डेलिगेशन आज 12 दिसंबर 2024 को किसानों से मिलने के लिए दिल्ली से गौतमबुद्धनगर की लुक्सर जेल के लिए रवाना हुआ। सपा के डेलिगेशन को जेल जाने की अनुमति नहीं मिली और ग्रेटर नोएडा के परी चौक पर ही समाजवादी पार्टी के सभी नेताओं को घेराबंदी कर रोक लिया गया। बता दें कि जेल में बंद किसानों से मिले बिना ही सपा के नेताओं को वापस लौटना पड़ा। जिसकी रिपोर्ट डेलिगेशन सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व सीएम अखिलेश यादव को भेजेगा।
किसानों की रिहाई के लिए जेल जा रहा था डेलिगेशन
गौतमबुद्धनगर की लुक्सर जेल में बंद किसानों से मिलने के लिए जाने वाले सपा के प्रतिनिधी मंडल में 3 सांसद, एक विधायक समेत 16 सदस्य शामिल थे। डलीगेशन में सांसद लाल जी वर्मा, सांसद हरेंद्र मलिक, सांसद नरेंद्र उत्तम पटेल और विधायक कमाल अख्तर समेत जिले के तमाम बड़े नेता मौजूद थे। समाजवादी पार्टी का यह उच्च स्तरीय डेलिगेशन जेल में बंद किसानों से मिलने और किसानों की रिहाई के लिए प्रशासनिक अधिकारियों से बात करने के लिए जाने वाला था।
अब तक 27 किसान हो चुके रिहा
गौरतलब हो कि गौतमबुद्ध नगर की पुलिस कमिश्नर लक्ष्मी सिंह ने मंगलवार रात को जेल में बंद 20 किसानों की रिहाई का आदेश जारी किया था। हालांकि इनमें से सिर्फ एक ही किसान की रिहाई हो पाई है। अन्य 19 किसानों की विभिन्न मामलों के चलते रिहाई नहीं हो सकी। लुक्सर जेल से अब तक कुल 27 किसान रिहा हो चुके हैं। इनमें से 20 को सोमवार के आदेश पर मंगलवार सुबह रिहा किया गया। वहीं 6 किसानों को सोमवार को छोड़ा गया। आदेश के बावजूद 19 किसानों को रिहा न करने के चलते किसानों में भारी आक्रोश है। बता दें कि किसानों की रिहाई के लिए महिलाओं ने कैंडल मार्च भी निकाला था।