Edited By Imran,Updated: 21 Dec, 2024 06:42 PM
सदन में गृहमंत्री अमित शाह द्वारा भीमराव अंबेडकर पर कथित बयान से कांग्रेस और सपा के लोगों ने नाराजगी जताई और हरदोई में दोनों ही दलों ने प्रदर्शन कर ज्ञापन मजिस्ट्रेट को सौंपा है। दोनों ही दलों के नेताओं ने कहा कि अंबेडकर का अपमान सहन नहीं किया जाएगा।
हरदोई (मनोज सहारा) : सदन में गृहमंत्री अमित शाह द्वारा भीमराव अंबेडकर पर कथित बयान से कांग्रेस और सपा के लोगों ने नाराजगी जताई और हरदोई में दोनों ही दलों ने प्रदर्शन कर ज्ञापन मजिस्ट्रेट को सौंपा है। दोनों ही दलों के नेताओं ने कहा कि अंबेडकर का अपमान सहन नहीं किया जाएगा। दरअसल गृहमंत्री अमित शाह के बयान को लेकर देश भर में सियासत फैली है। इसी क्रम में शनिवार को हरदोई में सपा और कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने विरोध प्रदर्शन किया है।
संविधान निर्माता बाबासाहेब भीमराव अंबेडकर पर गृहमंत्री अमित शाह के बयान को लेकर संसद के दोनों सदनों में भारी हंगामा हुआ ही है। इसकी चिंगारी शनिवार को हरदोई में भी भड़क गई। समाजवादी पार्टी कार्यालय पर जिले भर के सपा पदाधिकारी जुटे और बड़ी संख्या में लोगों ने विरोध-प्रदर्शन किया।
बाबासाहेब का अपमान नहीं सहेंगे - शराफत अली
इस दौरान सपा जिलाध्यक्ष शराफत अली ने आरोप लगाया कि शाह ने 17 दिसंबर को उच्च सदन में ‘संविधान की 75 साल की गौरवशाली यात्रा’ पर चर्चा का जवाब देते हुए बाबासाहेब का अपमान किया। इसे हम सभी कतई बर्दाश्त नहीं करेंगे। पूर्व मंत्री व पूर्व सांसद ऊषा वर्मा ने कहा कि 'बाबा साहब डॉ. भीम राव अंबेडकर का अपमान नहीं सहेंगे। हमारे देश के नेता जिन्होंने देश को आजादी दिलाई और संविधान दिया, उन्हें पीछे कर दिया गया है। वो पूरे देश के, संविधान के संरक्षक हैं। यदि उनका अपमान होगा तो हम सड़क पर उतर कर प्रदर्शन करेंगे।
कांग्रेस ने भी किया प्रदर्शन
इसी क्रम में कांग्रेस ने भी अम्बेडकर पार्क में धरना दिया और ज्ञापन मजिस्ट्रेट को सौंपा। कांग्रेस ने आरोप लगाया कि संसद में गृह मंत्री ने संविधान निर्माता डॉ. भीमराव आंबेडकर का अपमान किया है। कांग्रेस जिलाध्यक्ष ने इसे संविधान और आंबेडकर के आदर्शों का सीधा अपमान बताया और कहा कि वे इसके खिलाफ लगातार आवाज उठाते रहेंगे। उन्होंने यह स्पष्ट किया कि आंबेडकर के विचारों और संविधान की रक्षा के लिए वे संघर्ष करते रहेंगे।