राम मंदिर के भूमि पूजन पर कोरोना वायरस का साया

Edited By Ajay kumar,Updated: 20 Mar, 2020 01:19 PM

shadow of the corona on the bhoomi poojan of ram janmabhoomi temple

अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि पर मंदिर निर्माण के लिए भूमि पूजन का कार्यक्रम अप्रैल के अंत में आयोजित करने की योजना है लेकिन यह कोरोना विषाणु के प्रकोप के नियंत्रण की स्थित पर निर्भर करेगा....

लखनऊ: अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि पर मंदिर निर्माण के लिए भूमि पूजन का कार्यक्रम अप्रैल के अंत में आयोजित करने की योजना है लेकिन यह कोरोना विषाणु के प्रकोप के नियंत्रण की स्थित पर निर्भर करेगा और आवश्यक हुआ तो भूमि पूजन की तिथि को आगे भी बढ़ाया जा सकता है। श्रीराम जन्म भूमि तीर्थ क्षेत्र न्यास के महामंत्री चंपत राय ने कहा कि उनकी तैयारी है कि अप्रैल के अंत में मंदिर के भूमि पूजन का कार्यक्रम आयोजित किए जाएं लेकिन आज पूरे देश मेें जो रोग फैला है, उस पर नियंत्रण कैसा है,कार्यक्रम का आयोजन इस पर निर्भर करेगा। उन्होंने कहा कि हम इसकी अनदेखी नहीं कर सकते है। समाज और जनसामान्य का जीवन बहुत महत्वपूर्ण है।

भूमि पूजन के कार्यक्रम में 500 से 1000 लोग भी शामिल होंगे। कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालाक के भी मौजूद रहने की सम्भावना है लेकिन इस बारे में अंतिम निर्णय 8-10 दिन पहले कोरोना महामारी की स्थित को ध्यान में रख कर लिया जाएगा।

राय ने बताया कि नवसंवत्सर के मौके पर भगवान रामलला के आसन बदलने के दौरान भी अधिक लोग उपस्थित नहीं होंगे। उन्होंने बताया कि आसन बदलने के लिए दो दिन पहले से ब्राहाणों का एक समूह वर्तमान तंबू वाले मंदिर में भगवान को प्रसन्न करने का अनुष्ठान करेगा और दूसरा समूह नए स्थान पर देवताओं का आह्वान करके स्थान जागृत करेगा। इसी बीच 25 तारीख को ब्रहा वेला में भगवान का आसन बदला जाएगा। श्रद्धालु उसी दिन से भगवान के दर्शन कर सकें गे। राय ने कहा कि प्रशासन को अयोध्या में राम नवमी के मौके पर इस साल 15 से 20 लाख लोगों के आने की उम्मीद है। लोगों का आना जाना 31 मार्च से 3 अप्रैल तक लगा रहेगा।

Related Story

Trending Topics

IPL
Chennai Super Kings

176/4

18.4

Royal Challengers Bangalore

173/6

20.0

Chennai Super Kings win by 6 wickets

RR 9.57
img title
img title

Be on the top of everything happening around the world.

Try Premium Service.

Subscribe Now!