Edited By Ramkesh,Updated: 20 Mar, 2025 06:25 PM

डिफेंस कॉरिडोर की जमीन मामले में आईएएस अधिकारी अभिषेक प्रकाश को भ्रष्टाचार के आरोप में उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने सस्पेंड कर दिया है। आपको बता दें कि 2006 बैच के आईएएस सचिव औद्योगिक विकास विभाग व इन्वेस्ट यूपी के CEO अभिषेक प्रकाश पर जमीनअधिग्रहण...
लखनऊ: डिफेंस कॉरिडोर की जमीन मामले में आईएएस अधिकारी अभिषेक प्रकाश को भ्रष्टाचार के आरोप में उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने सस्पेंड कर दिया है। आपको बता दें कि 2006 बैच के आईएएस सचिव औद्योगिक विकास विभाग व इन्वेस्ट यूपी के CEO अभिषेक प्रकाश पर जमीनअधिग्रहण में करप्शन का आरोप है।

बताया जा रहा है कि एक उद्योगपति से अभिषेक प्रकाश ने पांच प्रतिशत कमीशन मांगा था। IAS अधिकारी ने घूस के लिए अपने बाबू को लगा रखा था। पीड़ित इस बात की जानकारी अन्य उच्य अधिकारी को दे दी। उसके गिरफ्तारी के लिए जाल बिछाया गया जिसमें अभिषेक प्रकाश के बाबू को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया गया है। बाबू ने कबूला है कि घूस मांगने के किए अभिषेक ने कहा था।
दरअसल, आरोप है कि डिफेंस कॉरिडोर के लिए किसानों की जमीन सस्ती दर पर ली गई उसके बाद उसमें गड़बड़झाले की पूरी पटकथा लिखी गई थी। डिफेंस कॉरिडोर से चर्चा में आए भटगांव में बिना पट्टा आदेश के जमीन के आवंटन दिखा दिया गया। अधिकारियों की मिली भगत से सरकारी स्वामित्व की करीब 110 बीघा जमीन भू-माफिया को बेच दिया गया ।
सूत्रों की मानें तो जब जमीन बेचने का मामला उजागर हुआ तो सरोजनीनगर तहसील के तत्कालीन अधिकारियों व कर्मचारियों की मिलीभगत से करोड़ों रुपये की जमीन गलत तरीके से रजिस्ट्री कर दी गई। मामले में सरकार ने जांच कराई तो प्रकाश पर आया कि इन्होंने भटगांव में जमीन का मुआवजा उठाने में अफसरों में साठगांठ थी। जमीन अधिग्रहण में 20 करोड़ का मुआवजे का गबन किया गया है।