Edited By Purnima Singh,Updated: 19 Feb, 2025 02:42 PM

महाकुंभ को लेकर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के बयान के बाद से सियासी उफान तेज हो गया है। एक तरफ जहां भाजपा नेता उनके बयान का विरोध कर रहे हैं। वहीं दूसरी ओर साधु-संतों ने भी ममता बनर्जी के इस बयान पर अपना विरोध जताया है। ममता बनर्जी...
प्रयागराज : महाकुंभ को लेकर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के बयान के बाद से सियासी उफान तेज हो गया है। एक तरफ जहां भाजपा नेता उनके बयान का विरोध कर रहे हैं। वहीं दूसरी ओर साधु-संतों ने भी ममता बनर्जी के इस बयान पर अपना विरोध जताया है। ममता बनर्जी द्वारा महाकुंभ को ‘मृत्युकुंभ’ बताने वाले बयान की जगतगुरु संतोष दास सतुआ बाबा ने कड़ी निंदा की है।
जगतगुरु संतोष दास सतुआ बाबा ने कहा, "ममता बनर्जी देश में रहते हुए भी भारत विरोधी मानसिकता का जीता-जागता उदाहरण हैं। वह पाकिस्तान के लिए कार्य कर रही हैं। जब से वह सत्ता पर काबिज हुई हैं, तब से भारत और बंगाल के लोगों के साथ छल-कपट के साथ उन्होंने काम किया है।" उन्होंने आगे कहा,"ममता नहीं जानती हैं कि महाकुंभ कैसे होता है। उनके बयान से लगता है कि वह भारत में रहने लायक नहीं हैं। ममता बनर्जी सिर्फ तुष्टीकरण की राजनीति कर रही हैं। उन्हें किसी के सुख-दुख से मतलब नहीं है। उन्हें जानकारी होनी चाहिए कि महाकुंभ अनादिकाल से चला आ रहा है। मगर वह कहती हैं कि महाकुंभ ‘मृत्यु कुंभ’ है।"
सतुआ बाबा ने आगे कहा, "ममता बनर्जी की यह भाषा गलत है। जगतगुरु संतोष दास सतुआ बाबा ने कहा, "ममता बनर्जी, हिंदू होकर भी मुसलमानों के लिए काम करती हैं। उनका हेड ऑफिस पाकिस्तान से कंट्रोल होता है। उन्हें ऐसे शब्द का प्रयोग नहीं करना चाहिए। अखिलेश यादव भी हिंदू की चादर पहनकर मुसलमानों को वोट के लिए इस्तेमाल करते हैं।"