Edited By Ajay kumar,Updated: 22 Sep, 2022 10:00 PM
उत्तर प्रदेश के सहारनपुर में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने अर्से से फरार चल रहे खनन माफिया और पूर्व एमएलसी हाजी इकबाल की मुस्किलें लगातार बढ़ाते हुए गुरूवार को उसकी लगभग 200 करोंड़ रुपये कीमत की जमीन जब्त कर ली गई।
सहारनपुरः उत्तर प्रदेश के सहारनपुर में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने अर्से से फरार चल रहे खनन माफिया और पूर्व एमएलसी हाजी इकबाल की मुस्किलें लगातार बढ़ाते हुए गुरूवार को उसकी लगभग 200 करोंड़ रुपये कीमत की जमीन जब्त कर ली गई। दर्जनों अपराधिक मुकदमें में वांछित हाजी इकबाल को पकड़ने के लिए सहारनपुर पुलिस ने 25 हजार रुपये का इनाम भी घोषित किया हुआ है। गुरूवार को लखनऊ से सहारनपुर पहुंची ईडी की टीम ने हाजी इकबाल की करीब 200 करोड़ की जमीन को जब्त कर लिया।
बीते 27 अगस्त को मिर्जापुर पुलिस ने हाजी इकबाल और उनके भाई पूर्व एमएलसी महमूद अली के खिलाफ एक महिला की जमीन कब्जा करने और धमकी देने के आरोप में मामला दर्ज किया था। इसी प्राथमिकी में इकबाल के तीन बेटों और वकील पर जमीन लौटाने के एवज में महिला से सामूहिक दुष्कर्म करने का आरोप लगाया गया है। पुलिस ने वकील जीशान को गिरफ्तार कर लिया है जबकि इकबाल के तीन बेटे जावेद, अलीशान, अफजल और भाई पहले से ही जेल में हैं।
सहारनपुर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) विपिन टाडा ने बताया कि महिला ने यह मामला मिर्जापुर थाने में दर्ज कराया है। टाडा ने महिला द्वारा दर्ज कराई गई शिकायत के हवाले से बताया कि उसने वर्ष 2011 में एक जमीन मिर्जापुर पोल में खरीदी थी लेकिन वर्ष 2012 में हाजी इकबाल, उसके भाई महमूद अली ओर पुत्रों ने उस जमीन पर कब्जा कर लिया। उन्होंने बताया कि आरोप के मुताबिक वर्ष 2016 में हाजी इकबाल के पुत्र जावेद, अलीशान ओर उसके वकील जीशान ने महिला को जमीन वापस देने के नाम पर एक विश्वविद्यालय के पास स्थित एक नलकूप पर बुलाया ओर उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म किया। उन्होंने बताया कि इसके बाद धमकी देकर उसे फिर किसी और स्थान पर बुलाकर हाजी इकबाल के एक अन्य पुत्र अफजाल व अधिवक्ता जीशान ने फिर से उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म किया।