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संत प्रेमानंद महाराज से माफी मांगने पहुंचे NRI Green सोसाइटी के अध्यक्ष, बोले- गुरु जी, माफ कर दीजिए....

Edited By Purnima Singh,Updated: 16 Feb, 2025 06:06 PM

president of nri green society arrived to apologize to sant premanand maharaj

वृंदावन के संत प्रेमानंद महाराज को कौन नहीं जानता। देश और विदेशों से लोग उनके दर्शन के लिए वृंदावन पहुंचते हैं। जहां एक तरफ विदेशों के लोग भी प्रेमानंद महाराज की तारीफ करते नहीं थकते हैं। वहीं दूसरी ओर वृंदावन के ही कुछ लोगों ने प्रेमानंद महाराज की...

मथुरा: वृंदावन के संत प्रेमानंद महाराज को कौन नहीं जानता। देश और विदेशों से लोग उनके दर्शन के लिए वृंदावन पहुंचते हैं। जहां एक तरफ विदेशों के लोग भी प्रेमानंद महाराज की तारीफ करते नहीं थकते हैं। वहीं दूसरी ओर वृंदावन के ही कुछ लोगों ने प्रेमानंद महाराज की रात दो बजे निकलने वाली पदयात्रा का विरोध किया। जिसके बाद उन्होंने अपनी पदयात्रा को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित करने का फैसला लिया था। इस खबर के बाद पूरे देश में मौजूद उनके भक्तों में उदासी थी। यहां तक कि भक्तों ने महाराज की पदयात्रा का विरोध करने वाले एनआरआई ग्रीन सोसाइटी के लोगों के खिलाफ मोर्चा तक खोल दिया था। अब इस सोसाइटी के अध्यक्ष प्रेमानंद महाराज से माफी मांगने उनकी शरण में पहुंचे हैं। 

अब पहुंचे NRI ग्रीन सोसाइटी के अध्यक्ष 
जैसे ही एनआरआई ग्रीन सोसाइटी के अध्यक्ष प्रेमानंद महाराज के सामने पहुंचे, वैसे ही बड़े प्यार से संत ने कहा कि देखो हमारा तो कोई विरोधी नहीं है। हमारा काम सबको सुख पहुंचाना है। संत प्रेमानंद महाराज ने आगे कहा कि जैसे ही हमने सुना कि हमारी वजह से किसी को दुख पहुंचा। हमने अपना रास्ता बदल लिया। इस पर अध्यक्ष ने कहा कि महाराज जी मैं आपको 12-14 साल से जानता हूं। मदनमोहन मंदिर के सामने मेरी कार पार्किंग है। 10 साल पहले जब आप हर दिन परिक्रमा देते थे, तो मैं हर दिन आपके दर्शन करता था। 

हम सबको सुख देने आए
सोसाइटी के अध्यक्ष ने आगे कहा कि महाराज जी सोसाइटी के लोग आपसे माफी मांगना चाहते हैं। उन्हें अपनी गलती का अहसास है। इस पर संत ने कहा कि बिल्कुल आएं। हमारी प्रार्थना है उन लोगों से भी कह दीजिए, हम आपका कभी अहित नहीं कर सकते। हम सबको सुख देने आए हैं। 

क्यों हो रहा था विरोध?
बता दें कि जिस रास्ते से होकर प्रेमानंद महाराज की पदयात्रा रात दो बजे गुजरती है, वहां की कॉलोनियों में सैकड़ों लोग रहते हैं। पदयात्रा के दौरान प्रेमानंद महाराज उनके अनुयायी और उत्साहित भक्त कई तरह के बैंड बाजे, आतिशबाजी और लाउडस्पीकर पर भजन चलाते हैं। ऐसे में इन कॉलोनियों में रहने वाले लोग रात के समय होने वाले इस शोरगुल से परेशान हो रहे थे। जिसके चलते उन्होंने अपना विरोध जताया। 

स्वास्थ्य का हवाला देकर स्थगित की पदयात्रा 
लोगों के विरोध के चलते संत ने अधिक भीड़ होने और अपने स्वास्थ्य का हवाला देकर पदयात्रा स्थगित कर दी है। जिसका असर वृंदावन के मंदिरों में देखा गया। श्रद्धालुओं की संख्या में पिछले दो दिन में काफी कमी आई है। संत के अनुयायियों में मायूसी छाई हुई है। बता दें कि उनकी पदयात्रा के दौरान दर्शन के लिए 10 से 12 हजार श्रद्धालु रहते थे। 

कब कहां और कैसे मिलेंगे प्रेमानंद महाराज 
हालांकि, अब संत प्रेमानंद महाराज ने वृंदावन में रात दो बजे निकलने वाली अपनी पद यात्रा का रूट, टाइमिंग और तरीका बदल दिया है। संत ने अपनी पदयात्रा का समय रात दो बजे से सुबह चार बजे कर दिया है। अब प्रेमानंद महाराज एनआरआई ग्रीन सोसाइटी के सामने से न गुजरकर अपना काफिला प्रेम मंदिर के सामने से होकर रमणरेती पुलिस चौकी मोड़ से श्रीराधा केलि कुंज से लेकर गुजरते हैं। 


 

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