Edited By Mamta Yadav,Updated: 26 Nov, 2023 02:17 AM

एनसीईआरटी कमेटी द्वारा एनसीईआरटी के पाठ्यक्रम में रामायण और महाभारत को शामिल किए जाने को लेकर संभल के सपा सांसद डॉ शफीकुर्रहमान बर्क ने कड़ा विरोध किया है। सपा सांसद ने कहा है एनसीईआरटी की किताबों में रामायण और महाभारत को शामिल नहीं किया जाए बल्कि...
Sambhal News, (मुजम्मिल दानिश): एनसीईआरटी कमेटी द्वारा एनसीईआरटी के पाठ्यक्रम में रामायण और महाभारत को शामिल किए जाने को लेकर संभल के सपा सांसद डॉ शफीकुर्रहमान बर्क ने कड़ा विरोध किया है। सपा सांसद ने कहा है एनसीईआरटी की किताबों में रामायण और महाभारत को शामिल नहीं किया जाए बल्कि कुरान को शामिल किया जाए क्योंकि कुरान शरीफ से बड़ी कोई किताब नहीं है।

संभल लोकसभा सीट से समाजवादी पार्टी के सांसद डॉ शफीकुर्रहमान बर्क ने कहा कि अगर एनसीईआरटी की किताबों में धर्म के आधार पर रामायण और महाभारत को शमिल किया जा रहा है तो इसका वह विरोध करते हैं। उन्होंने कहा कि कुरान शरीफ अल्लाह की किताब है उसे किसी ने नहीं लिखा है। दुनिया में कुरान से बड़ी कोई किताब नहीं है इसलिए एनसीईआरटी की किताबों में कुरान को भी शामिल किया जाए।
दुनिया की किसी भी शिक्षा में देशभक्ति की कमी नहीं
अपने बयानों को लेकर सुर्खियों में रहने वाले सपा सांसद ने कहा कि एनसीईआरटी की किताबों में किसी को भी शामिल नहीं किया जाए। रामायण और महामारत को शामिल किए जाने से देशभक्ति की भावना बढ़ने की कमेटी की रिपोर्ट पर एसपी सांसद ने कहा है यह इस वक्त की सियासत की कमी है। कमेटी उसकी आढ़ ले रही है। दुनिया की किसी भी शिक्षा में देशभक्ति की कमी नहीं है। सभी धर्म की शिक्षा में देशभक्ति की कहीं कोई कमी नहीं है। बता दें कि एनसीईआरटी की किताबों में महाभारत और रामायण को शामिल किए जाने का विरोध हो रहा है। संभल के सपा सांसद ने इसका खुला विरोध किया है। उन्होंने अपने बयान में कहा है कि अगर रामायण और महाभारत को शामिल किया जा रहा है तो कुरान को भी शामिल किया जाए।