Edited By Mamta Yadav,Updated: 01 Jun, 2024 05:43 PM
यूं तो आपने कई चोरी की वारदातों के बारे में सुना और देखा होगा जिसमें चोर कीमती ज़ेवरात या पैसों की चोरी कर मौके से फरार हो जाता है और पुलिस उन्हें पकड़ते हुए घटना का खुलासा भी करती है, लेकिन मेरठ से एक ऐसा हैरतअंगेज़ कर देने वाला मामले सामने आया है...
Meerut News, (आदिल रहमान): यूं तो आपने कई चोरी की वारदातों के बारे में सुना और देखा होगा जिसमें चोर कीमती ज़ेवरात या पैसों की चोरी कर मौके से फरार हो जाता है और पुलिस उन्हें पकड़ते हुए घटना का खुलासा भी करती है, लेकिन मेरठ से एक ऐसा हैरतअंगेज़ कर देने वाला मामले सामने आया है जहां 2 महीने के एक नवजात की चोरी कर 2 लाख रुपये में बेचने का सौदा किया गया। पुलिस ने इस मामले में तत्काल कार्रवाई करते हुए महज़ चंद घंटों में नवजात को सकुशल बरामद करते हुए चोरी करने वाली इस महिला के साथ-साथ बच्चे को बेचने वाले गिरोह का भी खुलासा किया है जोकि पुलिसिया तफ्तीश में एक टप्पेबाज़ गिरोह के रूप में सामने आया है। जिनके पास से लोगों को धोखाधड़ी में फंसाने के लिए नोटों की गाड़ी भी बरामद हुई है।
दरअसल, मेरठ के थाना लालकुर्ती क्षेत्र की रहने वाली अंकिता की शादी जिला सहारनपुर के गंगोह में हुई है जहां वो अपने परिवार के साथ रहती है। अंकिता मेरठ के थाना लालकुर्ती क्षेत्र के रजबन इलाके में रह रही अपनी मां के यहां आई हुई थी जहां उसे मिलने के लिए राधिका नाम की एक महिला आई। राधिका अंकिता की मां के मकान में ही रात को रुकी और सुबह अंकिता के बच्चे को कपड़े दिलाने के बहाने बाजार लेकर पहुंची जहां राधिका ने अंकिता को उसके लिए एक सूट दिलवाया और उसके बाद बच्चों के कपड़े दिलाने के लिए उसे लेकर निकाली। इसी बीच राधिका अंकिता को झांसा देकर उसके 2 महीने के नवजात को लेकर फरार हो गई। अंकिता ने अपने बच्चे को तलाशने की बहुत कोशिश की लेकिन उसे कोई कामयाबी नहीं मिली, जिसके बाद घटना की सूचना थाना लालकुर्ती पुलिस को दी गई। थाना लालकुर्ती पुलिस ने पीड़िता का बयान लेते हुए मामले की तफ्तीश शुरू की और राधिका के मोबाइल के जरिए उसकी लोकेशन ट्रेस की जाने लगी।
इसी बीच राधिका के मोबाइल की लोकेशन मुजफ्फरनगर के बस स्टैंड के आसपास मिली जहां मेरठ पुलिस ने मुजफ्फरनगर पुलिस से संपर्क किया और राधिका को धर दबोचा गया। जिसके बाद राधिका की निशानदेही पर 2 महीने के नवजात को मुजफ्फरनगर स्थित रामपुरी इलाके में रह रही राधिका की बहन के यहां से सकुशल बरामद कर लिया गया। इसके बाद पुलिसिया पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि उन्होंने चुराए गए नवजात का सौदा दिल्ली के एक निसंतान दंपति से 2 लाख रुपये में कर लिया था और चुराए गए नवजात को उस निसंतान दंपत्ति को सौंपना था। साथ ही पुलिस पूछताछ में ये भी सामने आया है नवजात को चुराने वाले यह लोग टप्पेबाज़ी गिरोह से भी जुड़े हुए हैं जिसमें इन लोगों के ऊपर पहले भी आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं। पुलिस ने इन लोगों के पास से नोटों की व गड्डियां बरामद की है जिसमें ऊपर और नीचे तो असली नोट लगाए जाते हैं और बीच में सादे कागज लगाए जाते हैं जिसके ज़रिए ये गिरोग लोगों को अपना शिकार बनाता है।
वहीं अपने चोरी हुए नवजात के सकुशल बरामद होने पर परिवार में खुशी का माहौल है और परिजन पुलिस के कार्यों की प्रशंसा करते हुए पुलिस का शुक्र अदा कर रहे हैं। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि पकड़ी गईं दोनों महिला आरोपियों समेत उनके गिरोह के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है और गिरोह के बाकी बचे सदस्यों को भी जल्द से जल्द गिरफ्तार कर सलाखों के पीछे भेजा जाएगा।