Edited By Tamanna Bhardwaj,Updated: 26 May, 2024 05:01 PM
![meerut s daughter brought glory to the country brought glory to india](https://img.punjabkesari.in/multimedia/914/0/0X0/0/static.punjabkesari.in/2024_5image_16_57_111718783ok-ll.jpg)
बदलते वक्त के आज के मौजूदा दौर में लड़कों के साथ-साथ लड़कियां कदमताल करते हुए न सिर्फ अपने परिवार का बल्कि...
मेरठ: बदलते वक्त के आज के मौजूदा दौर में लड़कों के साथ-साथ लड़कियां कदमताल करते हुए न सिर्फ अपने परिवार का बल्कि अपने देश का मान सम्मान बढ़ाती हुए नई-नई ऊंचाइयों को छू रही हैं। ऐसी ही एक बेटी ने न सिर्फ अपने शहर मेरठ बल्कि अपने देश भारत का नाम दुनिया भर में रोशन किया है। मेरठ की इस बेटी ने 77वें कांस फिल्म फेस्टिवल में ला सिनेफ थर्ड प्राइज़ जीतकर भारत का नाम रौशन किया है।
दरअसल, मेरठ के शीलकुंज कॉलोनी की रहने बिजनेसमैन नितिन माहेश्वरी और इंटीरियर डिजाइनर मीना माहेश्वरी की बेटी मानसी महेश्वरी ने " बनीहुड " नाम से एक हॉरर कॉमेडी फिल्म बनाई है, जिसमें उन्होंने जीवन की सच्चाई को दिखाया है। उन्होंने अपनी मां के सर्जरी के उसे दौर की कहानी बताई है जो उनसे छुपाई गई थी और उसी से प्रेरित होकर उन्होंने ये फिल्म बनाई। मानसी माहेश्वरी द्वारा बनाई गई यह फिल्म ये समझाने का प्रयास करती है कि लोगों को झूठ बोलने की जरूरत क्यों महसूस होती है।
गौरतलब है कि मानसी माहेश्वरी ब्रिटेन के नेशनल फिल्म एंड टेलीविजन स्कूल से ग्रेजुएशन कर रही है और यहां एडमिशन लेने से पहले वो राष्ट्रीय फैशन प्रौद्योगिकी संस्थान दिल्ली में नितवेअर डिजाइन के स्टूडेंट रही है। इसी दौरान उन्होंने फिल्म मेकिंग भी शुरू करी और छोटी फिल्में बनाने लगी। मानसी माहेश्वरी की बात की जाए तो उन्होंने शुरुआती पढ़ाई मेरठ से की है। जहां मेरठ के डीपीएस में वह 12वीं की टॉपर रही है और कोरोना काल के समय में मानसी का झुकाव और रचनात्मकता की तरफ हुआ। इसके बाद उन्होंने स्टॉप मोशन एनीमेशन में पढ़ाई की।
ब्रिटेन के नेशनल फिल्म एंड टेलीविजन स्कूल में कुल 10 विद्यार्थियों को एडमिशन मिलता है जिनमें से मानसी भी एक थी । मानसी के द्वारा बनाई गई है फिल्म अपने विषय और एनीमेशन इफेक्ट की वजह से कांस में सिलेक्ट हुई। इस फिल्म में मानसी में एनिमेशन के सबसे पुराने रूप सेल एनीमेशन, बटर पेपर और फ्रॉस्टेड एसीटेट का इस्तेमाल किया ताकि फिल्म को पुराना रूप और एहसास दिया जा सके। यही वजह है कि इस फिल्म में लिमिटेड कलर्स हैं। मानसी माहेश्वरी के द्वारा बनाई गई इस फिल्म का प्रीमियम कांस में चलाया गया जिसे वहां मौजूद दर्शकों ने काफी सराहा। कांस फिल्म फेस्टिवल में अपनी बनाई गई फ़िल्म के ज़रिए तीसरा पायदान हासिल करने वाली मानसी महेश्वरी को पुरस्कार के रूप में 7500 यूरो दिए गए हैं।