Edited By Mamta Yadav,Updated: 26 Sep, 2024 03:04 AM
उत्तर प्रदेश में कानपुर के किदवई नगर स्थित "मामा-भांजे" रेस्टोरेंट में सोमवार को बजरंग दल के कार्यकर्ताओं द्वारा हंगामा किया गया। कार्यकर्ताओं का आरोप था कि रेस्टोरेंट में परोसी जा रही वेज बिरयानी और कवाब में मीट मिलाया जा रहा है। इस सूचना पर बजरंग...
Kanpur News, (प्रांजुल मिश्रा): उत्तर प्रदेश में कानपुर के किदवई नगर स्थित "मामा-भांजे" रेस्टोरेंट में सोमवार को बजरंग दल के कार्यकर्ताओं द्वारा हंगामा किया गया। कार्यकर्ताओं का आरोप था कि रेस्टोरेंट में परोसी जा रही वेज बिरयानी और कबाब में मीट मिलाया जा रहा है। इस सूचना पर बजरंग दल के कई सदस्य रेस्टोरेंट पहुंचे और वहां विरोध प्रदर्शन किया। बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया कि रेस्टोरेंट का संचालन विशेष समुदाय द्वारा नाम बदलकर किया जा रहा था। उन्होंने आरोप लगाया कि रेस्टोरेंट में मांसाहारी भोजन बेचकर लोगों के साथ विश्वासघात किया जा रहा है।
घटना की जानकारी मिलते ही थाना किदवई नगर की पुलिस मौके पर पहुंची और स्थिति को नियंत्रण में लिया। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है और रेस्टोरेंट के मालिक से पूछताछ की। रेस्टोरेंट के मालिक ने आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि उनके यहां किसी भी प्रकार का मांसाहारी खाना वेज खाने में नहीं मिलाया जाता। पुलिस ने प्रदर्शनकारियों से शांति बनाए रखने की अपील की और कहा कि उचित जांच के बाद ही कोई कदम उठाया जाएगा।
हालांकि जानकारी यह भी मिली है कि रेस्टोरेंट का जो मालिक है वह विशेष समुदाय से है जिसका नाम मुबीन अहमद बताया जा रहा है। जो माथे पर टीका लगा कर खुद को हिंदू बताता था। इसलिए बजरंग दल के कार्यकर्ता और ज्यादा हंगामा कर रहे हैं। हालांकि मौके पर पुलिस प्रशासन मौजूद है। आवश्यक कार्रवाई करते हुए पुलिस मामले को शांत करने का प्रयास कर रही है। बता दें कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा हाल ही में आदेश जारी किया गया था कि खाद्य पदार्थ का व्यापार करने वाले सभी व्यापारी अपने असली नाम उजागर करें, जिससे जनता को यह पता चल सके कि खाद्य प्रतिष्ठान का संचालन कौन कर रहा है। बावजूद इसके, बजरंग दल ने आरोप लगाया कि इस रेस्टोरेंट के संचालक और कर्मचारी, दोनों ही विशेष समुदाय से हैं, और वे अपनी असली पहचान छिपाकर काम कर रहे थे।
बजरंग दल का विरोध और हंगामा
बजरंग दल के नगर संयोजक विशाल कनौजिया, नगर संयोजक विशाल पियूष दीक्षित, जिला सह संयोजक विशाल बजरंगी, बंटी सिंह समेत कई कार्यकर्ताओं ने पुलिस से शिकायत की। उनका कहना था कि यह रेस्टोरेंट विशेष समुदाय के मुबीन अहमद द्वारा चलाया जा रहा था और यह सांस्कृतिक और धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुँचाने का प्रयास था। कार्यकर्ताओं ने यह भी आरोप लगाया कि रेस्टोरेंट के कर्मचारी भी उसी समुदाय से हैं, जो गुप्त रूप से काम कर रहे थे। इस घटना के बाद रेस्टोरेंट के बाहर करीब 2 घंटे तक हंगामा चलता रहा और रेस्टोरेंट के संचालकों पर सख्त कार्रवाई की मांग उठती रही।
पुलिस ने की त्वरित कार्यवाही
घटना की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने तत्काल मौके पर पहुँचकर स्थिति को नियंत्रित किया। पुलिस ने रेस्टोरेंट के खाद्य पदार्थों का सैंपल लेकर फूड सेफ्टी डिपार्टमेंट को भेजा, ताकि खाने की गुणवत्ता की जांच हो सके साथ ही लग रहे आरोपों की सच्चाई पता चल सके। इसके साथ ही, पुलिस ने रेस्टोरेंट को बंद करवाकर दिया। फिलहाल पुलिस द्वारा मामले की जांच की जा रही है और आगे की कार्रवाई के लिए खाद्य सुरक्षा विभाग की रिपोर्ट का इंतजार है।