Edited By Mamta Yadav,Updated: 21 Sep, 2024 01:31 AM
यूपी के बुलंदशहर में किसान आंदोलन के दौरान महिलाओं से दुष्कर्म व हत्या का बयान देने वाली भाजपा सांसद कंगना रनौत के खिलाफ जिला न्यायालय में परिवाद दायर किया गया है। कोर्ट ने 25 अक्तूबर को कंगना रनौत को पेश होने के आदेश दिए हैं।
Bulandshahr News: यूपी के बुलंदशहर में किसान आंदोलन के दौरान महिलाओं से दुष्कर्म व हत्या का बयान देने वाली भाजपा सांसद कंगना रनौत के खिलाफ जिला न्यायालय में परिवाद दायर किया गया है। कोर्ट ने 25 अक्तूबर को कंगना रनौत को पेश होने के आदेश दिए हैं।
बता दें कि बुलंदशहर एमपी-एमएलए कोर्ट में भारतीय किसान यूनियन किसान शक्ति के राष्ट्रीय संगठन महामंत्री गजेंद्र शर्मा ने कोर्ट में परिवार दायर किया। उन्होंने कहा कि किसानों के खिलाफ लाए गए तीन काले कानून के खिलाफ किसानों ने गाजीपुर बॉर्डर पर प्रदर्शन किया था। प्रदर्शन के दौरान भाकियू किसान शक्ति के पदाधिकारियों ने भी हिस्सा लिया और काले कानून के खिलाफ प्रदर्शन किया। आरोप लगाया कि 24 अगस्त को भाजपा सांसद व अभिनेत्री कंगना रनौत ने मुंबई में एक इंटरव्यू के दौरान विवादित बयान दिया था। जिसमें कंगना ने कहा था कि किसानों के प्रदर्शन के दौरान वहां दुष्कर्म व हत्याएं हुईं। उन्होंने कहा था कि यदि भारत में सरकार कमजोर होती तो वहां बांग्लादेश जैसी स्थिति बन सकती थी। किसान आंदोलन के नाम पर केवल हिंसा फैलाने का काम किया गया और मौके पर दुष्कर्म करते हुए हत्या की गई और शवों को लटकाया गया था। बिल को वापस लेने के बाद उपद्रवी चौक गए थे, क्योंकि वह बड़ी योजना बनाकर बैठे थे।
गजेंद्र शर्मा की ओर से विभिन्न चैनल पर चलाए गए इस इंटरव्यू की सीडी भी कोर्ट में जमा की है। बताया कि 28 अगस्त को मामले में उन्होंने किसानों के साथ लोकसभा अध्यक्ष को भी ज्ञापन दिया गया था। जबकि दो सितंबर को प्रधानमंत्री के नाम शिकायत ऑनलाइन भेजी गई थी, लेकिन इसके बाद भी उनके खिलाफ कार्रवाई नहीं की गई। जिससे साफ है कि सांसद कंगना रनौत ने किसानों का अपमान किया है, जोकि न्यायिक व सामाजिक दृष्टि से गलत है। एसीजेएम द्वितीय की कोर्ट ने मामले में 25 अक्तूबर को कंगना रनौत को कोर्ट में पेश होने के निर्देश दिए हैं।