Edited By Ajay kumar,Updated: 10 Feb, 2020 03:20 PM
उत्तर प्रदेश में सिद्धार्थनगर जिले के भारत-नेपाल सीमा पर स्थित बढ़नी कस्बे की सड़कें भारी अतिक्रमण की चपेट में है। वहीं सड़कों पर अतिक्रमण की वजह से स्थानीय लोगों का चलना दुश्वार हो गया है। अतिक्रमण...
सिद्धार्थनगर: उत्तर प्रदेश में सिद्धार्थनगर जिले के भारत-नेपाल सीमा पर स्थित बढ़नी कस्बे की सड़कें भारी अतिक्रमण की चपेट में है। वहीं सड़कों पर अतिक्रमण की वजह से स्थानीय लोगों का चलना दुश्वार हो गया है। अतिक्रमण का आलम यह है कि दुकानदारों ने नो मैंस लैंड पर भी आगे बढ़कर निर्माण कर लिया है। जिला प्रशासन के आदेश का असर भी इन पर कोई प्रभाव नहीं डाल रहा। हालांकि जिला प्रशासन अब अभियान चलाकर इन अवैध निर्माण और अतिक्रमण को हटाने की बात कह रहा है।
बता दें कि सड़कों पर अतिक्रमण कर सजी दुकानों का यह नजारा सिद्धार्थनगर जिले के भारत नेपाल सीमा पर स्थित बढ़नी कस्बे का है। मौके पर दिख रही करीब 2 फीट की सड़क वास्तव में 12 फिट की है। लेकिन दुकानदारों द्वारा अपनी दुकान सड़कों पर लगाने से सड़कें गलियों में बदल गई हैं। इतना ही नहीं इन लोगों ने ‘नो मैंस लैंड’ पर बढ़कर अवैध पक्का निर्माण भी कर लिया है और शोरूम बनाकर दुकान चला रहे हैं। जबकि स्थानीय प्रशासन मूकदर्शक बना हुआ है।
स्थानीय निवासियों का कहना है कि दुकानदारों के अतिक्रमण से वह काफी परेशान हैं। भारत में नेपाल सीमा से यह सड़क आगे जाकर मिल जाती है। इसलिए इस सड़क पर आवागमन भी काफी होता है। बच्चों के स्कूल जाने और महिलाओं के इस सड़क से गुजरने पर बड़ी परेशानी होती है। स्थानीय लोगों का कहना है कि वह कई बार इसकी शिकायत संबंधित अधिकारियों से कर चुके हैं। लेकिन कहीं कोई सुनवाई नहीं होती। उनकी समस्या जस की तस बनी हुई है।
कस्बे की सड़कों पर अवैध दुकानों और नो मैंस लैंड पर अतिक्रमण करने के बारे में जिले के जिलाधिकारी दीपक मीणा का कहना है कि अतिक्रमण की शिकायत उन्हें भी मिली है। पड़ोसी मुल्क के अधिकारियों के साथ उनकी बैठक भी हुई है। जल्द ही अभियान चलाकर अतिक्रमण समाप्त किया जाएगा और सड़कों पर जो अतिक्रमण दुकानदारों ने कर रखा है उसको भी समाप्त कराया जाएगा।