5 साल से हूं, कभी नहीं किया इस तरह के विरोध का सामनाः प्रोफेसर ऋषि शर्मा

Edited By Ajay kumar,Updated: 20 Nov, 2019 05:58 PM

have been for 5 years never faced such opposition professor rishi sharma

काशी हिन्दू विश्वविद्यालय, महामना की वह बगिया जहां पर कभी हिन्दू मुस्लिम के विवाद ने पांव तक नहीं रखा। वहीं पर आज संस्कृत विभाग में मुस्लिम शिक्षक के नियुक्ति पर छात्रों का विरोध एक ...

वाराणसीः  काशी हिन्दू विश्वविद्यालय, महामना की वह बगिया जहां पर कभी हिन्दू मुस्लिम के विवाद ने पांव तक नहीं रखा। वहीं पर आज संस्कृत विभाग में मुस्लिम शिक्षक के नियुक्ति पर छात्रों का विरोध एक अलग कहानी को बयान कर रहा है। मगर संस्कृत विभाग के उलट उर्दू विभाग की कहानी बिल्कुल ही अलग है। जहां उर्दू पढ़ाने वाले शिक्षक मुस्लिम नहीं बल्कि हिंदू हैं। हम बात कर रहें हैं उर्दू विभाग में असिसटेंट प्रोफेसर ऋषि शर्मा की जो पिछले 5 सालों से उर्दू विभाग में सेवा दे रहे हैं। 
PunjabKesari
5 साल से हूं सेवा में,कभी इस तरह के विरोध का सामना नहीं किया

प्रोफेसर ऋषि शर्मा ने बताया कि वह कई बड़े-बड़े विश्वविद्यालयों में जा चुके हैं। इस तरह के विरोध का सामना उन्हें न तो bhu में कभी करना पड़ा और ना ही jnu या कहीं अन्य। प्रोफेसर की हैसियत से इस प्रांगण में हूं। जिस समय विश्वविद्यालय की नींव महामना मदन मोहन मालवीय ने रखी उस समय उन्होंने सभी भाषाओं के विभाग बनाये जैसे फ्रांसीसी, जर्मन, उर्दू, अरेबिक, संस्कृत, बंगला आदि। कभी धर्म मज़हब ने रास्ता नहीं रोका। मालवीय ने मौलवी महेश प्रसाद को लाहौर से बुलवा कर उर्दू विभाग की कमान सौंपी थी। मालवीय का उद्देश्य बिल्कुल साफ था। आज भी bhu उनके बताए रास्तों पर चल रहा है।

उर्दू किसी धर्म विशेष की भाषा नहीं

वहीं उर्दू विभाग के हेड ऑफ डिपार्टमेंट प्रो आफ़ताब अहमद आफाकी का कहना है कि उर्दू किसी विशेष धर्म की भाषा नहीं है। उसी तरह संस्कृत भी सबकी है। ऋषि शर्मा यहां अपने टैलेंट के आधार पर आए और सभी बच्चे उनके पीछे लगे रहते हैं। ऐसा नहीं कि शुरू में ऋषि शर्मा का विरोध हुआ था। एक बड़ी तादाद उनसे उर्दू बड़े मोहब्बत से पढ़ते हैं। उर्दू भाषा मे समरसता का सम्मान है। सभी भाषा का सम्मान करना चाहिए। अगर हम ये चाहते हैं कि bhu को top 5 विश्वविद्यालय में जगह मिले तो हमे ये तय करना होगा कि धर्म और जाति से ऊपर उठकर काम करें। इसमें हिन्दू मुस्लिम नहीं होना चाहिए। मिसाइल मैन अब्दुल कलाम को पढ़ाने वाले पंडित थे। हमारे प्रधानमंत्री मोदी जी जो सपना देख रहे हैं विश्व गुरु बनाने का वो तभी होगा जब समाज मे समरसता, अमन शांति वफ़ादारी और मोहब्बत होगी।

 

Related Story

Trending Topics

IPL
Chennai Super Kings

176/4

18.4

Royal Challengers Bangalore

173/6

20.0

Chennai Super Kings win by 6 wickets

RR 9.57
img title
img title

Be on the top of everything happening around the world.

Try Premium Service.

Subscribe Now!