Edited By Ramkesh,Updated: 04 Dec, 2020 02:09 PM

नए कृषि बिल को लेकर किसानों को प्रर्दशन आज 9वें दिन भी जारी है। ऐसे में राजनीतिक पार्टिया भी अब उनके समर्थन में प्रदर्शन कर रही हैं। इसी क्रम में केन्द्र में मुख्य विपक्षी पार्टी कांग्रेस ने भी विरोध करना शुरू कर दिया है।
महाराजगंज: नए कृषि बिल को लेकर किसानों को प्रर्दशन आज 9वें दिन भी जारी है। ऐसे में राजनीतिक पार्टिया भी अब उनके समर्थन में प्रदर्शन कर रही हैं। इसी क्रम में केन्द्र में मुख्य विपक्षी पार्टी कांग्रेस ने भी विरोध करना शुरू कर दिया है। कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत केन्द्र सरकार पर जमकर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि बीजेपी सरकार अहंकार छोड़ किसानों के हित की बात करे।
प्रवक्ता ने सरकार से कई सवाल उठाते हुए कहा कि सरकार से किसान अपना हक मांग रहे है तो सरकार उन्हें बदनाम कर रही है। प्रवक्ता ने कहा कि क्या किसान अंग्रेजी नहीं बोल सकता है? अंगेजी किसी के बाप की बपौती नहीं है। जब तक फटी धोती और पसीना ना दिखे तो किसान होने पर ही शक? उन्होंने कहा कि सरकार के घोषणा पत्र में भी नहीं था जो काला कानून बना सरकार ने लागू किया है। फिर किसानों के साथ सरकार धोखा क्यों कर रही है।
उन्होंने कहा कि अमेरिका जैसे विकसित देश में भी किसानों को जिन्दा रखने के लिए 4सौ करोड़ विलियन डालर का बजट रखना पड़ता है। 2011 में जब मोदी जी गुजरात के मुख्यमंत्री थे तो उन्होंने मनमोहन सिंह को लिख कर दिया था कि न्यूनतम समर्थनमुल्य को कानूनी ढांचे में डाला जाया। अब जब आप की सरकार है तो आप ने तेवर क्यों बदल लिए है। राजनाथ सिंह ने कहा था कि किसान जब सड़क पर आ जाते है तो बड़े-बड़े को घुटने टेकने पड़ते है। तो इस समय जब किसान सड़क पर है तो आप क्यों गायब है।