Edited By Ramkesh,Updated: 16 Aug, 2024 12:47 PM
स्वतंत्रता दिवस के मौके माफिया अतीक अहमद के बेटे का एनकाउंटर करने वाले पुलिसकर्मियों को मेडल देने को लेकर मुरादाबाद की सपा सांसद रुचि वीरा ने विवादित बयान दिए हैं। उन्होंने इस तरह से मेडल देना शर्मनाक है। यूपी पुलिस किस तरह से एनकाउंटर करती है ये...
मुरादाबाद: स्वतंत्रता दिवस के मौके माफिया अतीक अहमद के बेटे का एनकाउंटर करने वाले पुलिसकर्मियों को मेडल देने को लेकर मुरादाबाद की सपा सांसद रुचि वीरा ने विवादित बयान दिए हैं। उन्होंने इस तरह से मेडल देना शर्मनाक है। यूपी पुलिस किस तरह से एनकाउंटर करती है ये सभी लोग जानते है। रुचि वीरा ने स्वतंत्रता दिवस के मौके पर कहा कि प्रयागराज में अतीक और उनके भाई अशरफ की हत्या किन परिस्थितियों में हुई यह किसी से छिपा नहीं है। सांसद ने कहा कि सैकड़ों पुलिसकर्मियों के बीच अतीक और अशरफ की हत्या कर दी गई।
अब नहीं चलेगी बुलडोजर नीति
उन्होंने ने कहा कि यह कैसा लोकतंत्र है, जहां बुलडोजर नीति से सरकार चलाई जा रही है। चुनिंदा लोगों पर कार्रवाई कर दी जाती है और कुछ छोड़ दिए जाते हैं। अतीक के बेटे का एनकाउंटर करने वाले पुलिसकर्मियों को सम्मानित करना भी अच्छा नहीं है। इससे लोकतंत्र कमजोर होगा। उन्होंने कहा कि अगर पुलिसकर्मियों ने कोई अच्छा काम किया होता तो सम्मानित करने की बात समझ में आती, लेकिन यहां सभी जानते हैं कि एनकाउंटर किस तरह किए जाते हैं। सरकार को समझ लेना चाहिए कि बुलडोजर नीति अब नहीं चलेगी।
गौरतलब है कि पुलिस कस्टडी में अतीक और अशरफ की हत्या के पहले झांसी में 13 अप्रैल, 2023 को अतीक के बेटे असद और शूटर मोहम्मद गुलाम को एसटीएफ ने एनकाउंटर में ढेर कर दिया था। एनकाउंटर में असद को ढेर करने वाली एसटीएफ टीम के छह सदस्यों और अन्य पुलिसकर्मियों सहित कुल 17 पुलिस पदाधिकारियों को स्वतंत्रता दिवस के मौके पर राष्ट्रपति का वीरता पदक दिया गया है। इस पर सांसद ने सवाल उठाया है।