Edited By Tamanna Bhardwaj,Updated: 10 Feb, 2020 01:22 PM
पदमश्री से सम्मानित और पहला गिरमिटिया उपन्यास से चर्चा में आये साहित्यकार गिरिराज किशोर का पार्थिव शरार आज यहां मेडिकल कालेज को सौंप दिया गया। वो अपना देहदान कर चुके थे...
कानपुरः पदमश्री से सम्मानित और पहला गिरमिटिया उपन्यास से चर्चा में आये साहित्यकार गिरिराज किशोर का पार्थिव शरार आज यहां मेडिकल कालेज को सौंप दिया गया। वो अपना देहदान कर चुके थे। उनका रविवार को लंबी बीमारी के बाद निधन हो गया था।
उनकी अंतिम यात्रा आज सुबह उनके आवास से शुरू हुई जो मेडिकल कालेज में समाप्त हो गई। उनके अंतिम दर्शन के लिये सुबह से ही लोगों का तांता लगा रहा। उनकी अंतिम यात्रा में उत्तर प्रदेश सरकार के मंत्री सतीश महाना समेत अन्य गणमान्य लोग शामिल हुये। गिरिराज किशोर मूल रूप से मुजप्फरनगर के रहने वाले थे लेकिन वो कानपुर में बस गये थे। वो 83 साल के थे।