Edited By Ramkesh,Updated: 15 May, 2025 07:01 PM

ऑपरेशन सिंदूर के बाद सेना की दो महिला अधिकारियों कर्नल सोफिया कुरैशी और विंग कमांडर व्योमिका सिंह की बहादुरी की चर्चा देश-विदेश में हो रही है। लेकिन इस बीच राजनीति ने इस विषय को नया मोड़ दे दिया है। समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद...
लखनऊ: ऑपरेशन सिंदूर के बाद सेना की दो महिला अधिकारियों कर्नल सोफिया कुरैशी और विंग कमांडर व्योमिका सिंह की बहादुरी की चर्चा देश-विदेश में हो रही है। लेकिन इस बीच राजनीति ने इस विषय को नया मोड़ दे दिया है। समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद प्रो. रामगोपाल यादव ने व्योमिका सिंह को लेकर एक कार्यक्रम के मंच से जातिगत टिप्पणी की, इसे लेकर सीएम योगी ने समाजवादी पार्टी पर हमला बोला है। उन्होंने कहा कि सेना की वर्दी 'जातिवादी चश्मे' से नहीं देखी जाती है। भारतीय सेना का प्रत्येक सैनिक 'राष्ट्रधर्म' निभाता है, न कि किसी जाति या मजहब का प्रतिनिधि होता है।
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव द्वारा एक वीरांगना बेटी को जाति की परिधि में बांधना न केवल उनकी पार्टी की संकुचित सोच का प्रदर्शन है, बल्कि सेना के शौर्य और देश की अस्मिता का भी घोर अपमान है। यह वही मानसिकता है, जो तुष्टिकरण और वोटबैंक की राजनीति में राष्ट्रभक्ति तक को बांटने का दुस्साहस करती है। इस विकृत जातिवादी सोच को जनता फिर जवाब देगी।
दरअसल, रामगोपाल यादव ने मंच पर बोलते हुए कहा कि व्योमिका सिंह हरियाणा की एक खास जाति से हैं, लेकिन भाजपा ने उन्हें राजपूत समझकर कुछ नहीं कहा, जबकि मुस्लिम होने के कारण कर्नल सोफिया कुरैशी को भाजपा नेताओं ने निशाना बनाया।बयान के दौरान पहले उन्होंने व्योमिका को "दिव्या" कहकर पुकारा, लेकिन मंच पर मौजूद आदित्य यादव ने उन्हें सही नाम याद दिलाया, जिसके बाद उन्होंने विवादित टिप्पणी की।
गौरतलब है कि मध्य प्रदेश के मंत्री विजय शाह ने कर्नल सोफिया कुरैशी पर आपत्तिजनक बयान दिया था। मामला जब कोर्ट तक पहुंचा तो जबलपुर हाई कोर्ट ने मंत्री के बयान पर कड़ी आपत्ति जताई और FIR में ढिलाई को लेकर सवाल उठाए।