Edited By Imran,Updated: 04 Nov, 2024 12:26 PM
कभी-कभी लोग भक्ति में इतना लीन हो जाते हैं कि जाने अनजाने में अंधभक्त कहलाने लगते हैं। ऐसा ही मामला मथुरा के बांके बिहारी मंदिर का वीडियो वायरल हो रहा है। इसमें कुछ श्रद्धालु मंदिर के पीछे वाले हिस्से से टपक रहे पानी को ठाकुर जी का चरणामृत समझकर...
मथुरा: कभी-कभी लोग भक्ति में इतना लीन हो जाते हैं कि जाने अनजाने में अंधभक्त कहलाने लगते हैं। ऐसा ही मामला मथुरा के बांके बिहारी मंदिर का वीडियो वायरल हो रहा है। इसमें कुछ श्रद्धालु मंदिर के पीछे वाले हिस्से से टपक रहे पानी को ठाकुर जी का चरणामृत समझकर पीते नजर आ रहे हैं। दरअसल यह मंदिर में लगे एसी से डिस्चार्ज होने वाला पानी था। एक यूट्यूबर ने इसका वीडियो बनाया और सोशल मीडिया पर शेयर कर दिया।
वायरल वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि एक महिला एसी की पानी को चरणामृत समझकर पी रही है तो एक युवक महिला श्रद्धालु से कहता है- 'दीदी ये एसी का पानी है, चरणामृत नहीं।' इस पर महिला हंसते हुए वहां से चली जाती है। बांके बिहारी मंदिर की पहली मंजिल पर बारिश के पानी के निकासी के लिए रास्ता बना हुआ है। इनका आकार हाथी के मुख जैसा है। इसी रास्ते से मंदिर में लगे एसी का डिस्चार्ज पानी भी टपकता रहता है।
जानिए एसी का पानी कैसे बना चरणामृत
बताया जा रहा है कि कुछ दिन पहले किसी श्रद्धालु ने इसे अनजाने में चरणामृत समझ लिया और उसे हाथ में लेकर आचमन करने लगा। देखादेखी पीछे से आने वाले अन्य श्रद्धालु भी टपक रहे जल को प्लास्टिक के ग्लॉस में भरकर पीने लगे। चरणामृत पाने के लिए लोगों की लंबी कतार यहां देखी जा सकती है। कई श्रद्धालु तो बर्तनों में भरकर जल को अपने घर भी ले जा रहे हैं।