Edited By Ajay kumar,Updated: 22 May, 2024 09:08 PM
![court awarded death sentence to murderer of ajay pathak and his entire family](https://img.punjabkesari.in/multimedia/914/0/0X0/0/static.punjabkesari.in/2024_5image_21_05_060924024hatya-ll.jpg)
4 लोगों की बेरहमी से की गई हत्या मामले में शामली कोर्ट ने दोषी हत्यारे को फांसी की सजा सुनाई है। हत्यारे ने 30 दिसंबर 2019 को भजन गायक अजय पाठक, पत्नी स्नेहलता, बेटी वसुंधरा और बेटा भागवत की हत्या हुई थी।
शामली: 4 लोगों की बेरहमी से की गई हत्या मामले में शामली कोर्ट ने दोषी हत्यारे को फांसी की सजा सुनाई है। हत्यारे ने 30 दिसंबर 2019 को भजन गायक अजय पाठक, पत्नी स्नेहलता, बेटी वसुंधरा और बेटा भागवत की हत्या हुई थी। भजन गायक के शिष्य हिमांशु पर कर्ज था। कर्ज चुकाने के लिए उसने पूरा परिवार मार डाला और घर में लूटपाट की थी। वसुंधरा के हाथ में पुलिस को हिमांशु सैनी के बाल मिले थे। डीएनए जांच में बाल मैच भी हो गए। यही सबसे बड़ा प्रूफ थे कि वारदात को हिमांशु ने अंजाम दिया था।
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अजय के शिष्य हिमांशु सैनी पर लगा था आरोप
30 दिसंबर 2019 में आदर्श मंडी की पंजाबी कालोनी रेल पार में अजय पाठक (42), पत्नी स्नेहलता (38), बेटी वसुंधरा (15) और बेटे भागवत (10) की हत्या कर दी गई थी। आरोप अजय के शिष्य हिमांशु सैनी पर लगा था। जांच में सामने आया था कि आरोपित भागवत के शव को अजय की ही गाड़ी में लेकर गया था। पानीपत टोल प्लाजा के पास गाड़ी में आग लगा दी थी। पानीपत पुलिस ने गाड़ी से शव बरामद कर आरोपित को गिरफ्तार कर लिया था। इसके बाद आरोपित और शव व गाड़ी को आदर्श मंडी पुलिस को सौंप दिया था। पुलिस ने आरोपित की निशानदेही पर दिल्ली से लूट का माल बरामद कर कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया था।
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डीएनए रिपोर्ट से हुआ हत्यारोपी का खुलासा
हत्या आरोपित को सजा दिलाने में डीएनए रिपोर्ट भी अहम सबूत में से एक रहा है। तत्कालीन थानाध्यक्ष कर्मवीर सिंह ने घटना के दौरान बेटी वसुंधरा के हाथों से मिले बाल और हत्या आरोपित के बालों को डीएनए टेस्ट के लिए भेजा था। जिसमें वसुंधरा के हाथों में मिले बाल हत्यारे हिमांशु सैनी के ही मिले थे। इसके अलावा गाड़ी से मिले शव की पुष्टि करने के लिए उसका भी डीएनए टेस्ट कराया था। डीएनए रिपोर्ट भी यह पुष्टि हुई थी की गाड़ी से मिला शव अजय पाठक के पुत्र भागवत पाठक का ही है। जुलाई 2020 में लखनऊ लैब से डीएनए रिपोर्ट आई थी। जिसके बाद कोर्ट में सबूत के तौर में डीएनए रिपोर्ट का इस्तेमाल किया गया था। जो अहम सबूत के तौर पर काम आई।