Edited By Pooja Gill,Updated: 04 Mar, 2024 11:10 AM
झांसी: उत्तर प्रदेश के झांसी जिले में भारी बारिश और ओलावृष्टि के कारण बर्बाद हुई फसल का दर्द प्रशासन को बताने और मुआवजा जल्द से जल्द दिए जाने की मांग को लेकर रविवार को धरने पर बैठे किसानों के साथ कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री...
झांसी: उत्तर प्रदेश के झांसी जिले में भारी बारिश और ओलावृष्टि के कारण बर्बाद हुई फसल का दर्द प्रशासन को बताने और मुआवजा जल्द से जल्द दिए जाने की मांग को लेकर रविवार को धरने पर बैठे किसानों के साथ कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रदीप जैन के साथ अन्य कांग्रेसी भी शामिल हुए। बड़ी संख्या में किसान बरबाद हुई फसल को लेकर जिलाधिकारी कार्यालय पर धरने पर बैठे और न्याय की मांग करते हुए धरना प्रदर्शन किया। इसके बाद किसानों ने नगर मजिस्ट्रेट को ज्ञापन भी सौंपा जिसमें फसल की पूरी तरह बरबादी पर जल्द से जल्द पूरा मुआवजा देने के साथ अन्य मांगों को रखा गया।
मौसम की मार ने तोड़ी किसानों की कमर
इस दौरान मौजूद किसानों ने कहा कि मौसम की इस मार ने उनकी कमर तोड़ कर रख दी है। पूरे समय मेहनत कर खेती की और जब फसल काटने का समय आया तो मौसम ने किसानों पर दुखों को वज्रपात कर दिया। ऐसे में शासन प्रशासन को अपनी व्यथा सुनाने के अलावा उनके पास कोई और विकल्प शेष नहीं रह गया है।
किसान बरबाद हो गयाः कांग्रेसी नेता
इस दौरान किसानों के साथ एकजुटता दिखाते हुए धरने पर बैठे वरिष्ठ कांग्रेसी नेता प्रदीप जैन आदित्य ने कहा कि झांसी मंडल के किसान परेशान हैं यह कोरोना से भी बड़ा संकट है। किसान बरबाद हो गया, खड़ी फसल को ओलावृष्टि ने पूरी तरह से बरबाद कर दिया। इनको राहत देना अब सरकार की जिम्मेदारी है। इन बरबाद किसानों के लिए सरकार राहत शिविर लगाये और इनसे हो रही वसूली को रोका जाए। फसल बर्बाद हुई, जानवर घायल हुए और लोग भी घायल हुए लेकिन कोई राहत शिविर नहीं लगाया गया। इनका दर्द ऐसे में कौन सुनेगा केवल लेखपाल के भरोसे यह सभी घर बैठ जाएं। जैन ने किसानों के कर्ज माफ करने की मांग करते हुए सवाल किया कि जब बड़े-बड़े उद्योगपतियों के कर्जे माफ किये जा सकते हैं तो इन गरीब किसानों के क्यों नहीं। ऐसी भीषण बरबादी के बाद इन किसानों के पास खोने को भी नहीं बचा है।