Edited By Imran,Updated: 10 Mar, 2025 11:31 AM

बिहार से सटे जिलों में अवैध शराब तस्करी थमने का नाम नहीं ले रहा है। ताजा मामला प्रदेश के कुशीनगर जिले से सामने आया है, यहां शराब तस्करों पर लगातार शिकंजा कसा जा रहा है।
कुशीनगर ( अनुराग तिवारी): बिहार से सटे जिलों में अवैध शराब तस्करी थमने का नाम नहीं ले रहा है। ताजा मामला प्रदेश के कुशीनगर जिले से सामने आया है, यहां शराब तस्करों पर लगातार शिकंजा कसा जा रहा है। दरअसल, खड्डा थाना क्षेत्र में पिछले 10 दिनों में आठ शराब तस्करों पर कड़ी कार्रवाई की गई है। इस दौरान 27 लाख 35 हजार रुपये मूल्य की अवैध शराब को वाहन सहित जब्त किया गया। यह कार्रवाई अवैध शराब तस्करी के एक बड़े सिंडिकेट का पर्दाफाश करती है, जो उत्तर प्रदेश (यूपी) से बिहार तक शराब की तस्करी कर रहा था।

खड्डा थाना क्षेत्र में कार्रवाई
खड्डा थाना क्षेत्र में पुलिस ने 10 दिनों के भीतर कई शराब तस्करों को गिरफ्तार किया और उनके पास से भारी मात्रा में अवैध शराब जब्त की। इन तस्करों द्वारा शराब की तस्करी यूपी से बिहार की सीमा तक की जा रही थी, जहां बिहार में शराब पूरी तरह से प्रतिबंधित है। इस प्रतिबंध के कारण अवैध शराब की तस्करी का काम बढ़ गया था और तस्करों ने इस मौके का फायदा उठाया था।

पुलिस की कार्रवाई
पुलिस ने तस्करों से जब्त की गई शराब की मात्रा और उनके द्वारा इस्तेमाल किए गए वाहनों की पूरी जानकारी एकत्र की। पुलिस के अनुसार, इन तस्करों ने शराब की तस्करी के लिए बड़ी चालाकी अपनाई थी। वे ट्रकों और ट्रैक्टर ट्रालियों में ईंटों के बीच शराब छुपाकर बिहार भेजते थे, ताकि पुलिस को इसकी भनक न लगे। पुलिस ने इन तस्करों को गिरफ्तार कर उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है और जांच जारी है। इसके साथ ही, बिहार और यूपी की पुलिस ने मिलकर इस अवैध शराब तस्करी के नेटवर्क के बारे में जानकारी जुटाने की कोशिशें शुरू कर दी हैं।

तस्करों का नेटवर्क
जानकारी के मुताबिक, अवैध शराब का कारोबार करने वाले माफिया बड़े स्तर पर इस सिंडिकेट का संचालन कर रहे थे। यह माफिया बिहार में शराब पर प्रतिबंध की वजह से यूपी से शराब भेजकर मोटी कमाई कर रहे थे। इन तस्करों के पास विभिन्न तरीकों से शराब की तस्करी करने के उपकरण थे, जिनमें बड़े ट्रक और ट्रैक्टर ट्राली भी शामिल थे। इन ट्रॉली और ट्रकों में शराब को इस तरह छुपाया जाता था कि पुलिस को पकड़ा जाना मुश्किल हो जाता था।

वायरल ऑडियो ने खोला राज
हाल ही में एक वायरल ऑडियो के जरिए इस तस्करी का भंडाफोड़ हुआ। ऑडियो में शराब तस्करों के बीच बातचीत का रिकॉर्ड था, जिसमें वे यूपी से बिहार में शराब की तस्करी करने के तरीके और रणनीतियों के बारे में चर्चा कर रहे थे। इस वायरल ऑडियो के बाद पुलिस ने कार्रवाई तेज की और तस्करों को पकड़ने में सफलता प्राप्त की।
सिंडिकेट का पर्दाफाश
इस कार्रवाई ने साबित कर दिया कि अवैध शराब तस्करी का नेटवर्क सिर्फ स्थानीय स्तर पर नहीं, बल्कि एक बड़े सिंडिकेट के रूप में काम कर रहा था। यूपी और बिहार के बीच चल रही अवैध शराब की तस्करी की गतिविधियों का पर्दाफाश करने के लिए पुलिस को कई तरह की रणनीतियां अपनानी पड़ीं। अब पुलिस दोनों राज्यों के साथ मिलकर इस सिंडिकेट को खत्म करने की कोशिश कर रही है।