Edited By Tamanna Bhardwaj,Updated: 16 Feb, 2020 06:14 PM
उत्तर प्रदेश में 18 फरवरी से शुरू होने वाली बोर्ड परीक्षाओं को पारदर्शिता के साथ सम्पन्न कराने की कवायद के तहत नकल माफियाओं पर गैंगस्टर के तहत कारर्वाई करने का निर्णय लिया गया है...
मथुराः उत्तर प्रदेश में 18 फरवरी से शुरू होने वाली बोर्ड परीक्षाओं को पारदर्शिता के साथ सम्पन्न कराने की कवायद के तहत नकल माफियाओं पर गैंगस्टर के तहत कारर्वाई करने का निर्णय लिया गया है।
आधिकारिक सूत्रों ने रविवार को बताया कि यूपी बोर्ड की परीक्षा 18 फरवरी से छह मार्च के बीच संचालित होगी।अगर कोई नकल माफिया पकड़ा जाता है तो उस पर गैंगेस्टर की कारर्वाई की जाएगी। केन्द्रो में परीक्षा की शुचिता को जांचने के लिए ट्विटर हैन्डिल तकनीक को इस साल से शुरू किया गया है जिसकी मदद से लखनऊ में बैठे अधिकारी प्रदेश के किसी भी परीक्षा केन्द्र में संचालित परीक्षा व्यवस्था को देख सकेंगे।
जिलाधिकारी सर्वज्ञ राम मिश्र ने बताया कि मथुरा जिला प्रशासन ने बोर्ड परीक्षा शान्तिपूर्ण, निष्पक्ष एवं नकल विहीन सम्पन्न कराने के लिए कमर कस ली है। जिले में परीक्षा केन्द्रों की 200 मीटर की परिधि में धारा 144 लगा दी गई है, वहीं परीक्षा से जुुड़े अधिकारियों एवं केन्द्र व्यवस्थापकों से ड्यूटी में किसी प्रकार की शिथिलता न बरतने को कहा गया है। परीक्षा के दौरान परीक्षा केन्द्र की परिधि से 100 मीटर दूरी पर स्थित फोटोस्टेैट एवं साइबर कैफे की दुकाने बंद रहेंगी। परीक्षा केन्द्र के आसपास लाउडस्पीकर के प्रयोग पर पूरी तरह से प्रतिबंध रहेगा।
उन्होंने कहा कि जिले के 131 परीक्षा केन्द्रों में से 56 को संवेदनशील एवं 6 को अति संवेदनशील के रूप में चिन्हित किया गया है तथा इन केन्द्रों पर स्टैटिक मजिस्ट्रेट की तैनाती की गई है। जिले के 37 निजी विद्यालयों को भी परीक्षा केन्द्र बनाया गया है तथा इसके केन्द्र व्यवस्थापक भी उसी कालेज के प्राचार्य होंगे हालांकि इसमें सरकारी शिक्षक की तैनाती सहायक केन्द्र व्यवस्थापक के रूप में होगी।
परीक्षा के दौरान प्रबंध समिति का कोई भी सदस्य परीक्षा केन्द्र में प्रवेश न करेगा। सभी केन्द्रों में केवल केन्द्र व्यवस्थापक ही मोबाइल फोन का प्रयोग कर सकेंगे। इसके अलावा यदि कोई मोबाइल फोन का प्रयोग करेगा तो उसे नकल कराने में संलिप्त मानते हुए उसके खिलाफ कारर्वाई की जाएगी। मिश्र ने बताया कि परीक्षा को सुचारू रूप से नकलविहीन संचालित करने के लिए सभी परीक्षा केन्द्रों को तीन सुपर जोन, छह जोन एवं 20 सेक्टर में बांटा गया है। जोनल मजिस्ट्रेट के रूप में अपर जिलाधिकारी प्रशासन सतीश कुमार त्रिपाठी, अपर जिलाधिकारी वित एवं राजस्व ब्रजेश कुमार एवं मथुरा वृन्दावन के सचिव ईश्वरचन्द्र को लगाया गया है। नगर मजिस्ट्रेट मनोज कुमार एवं सभी उप जिला मजिस्ट्रेट अपने अपने क्षेत्रों के परीक्षा केन्द्रों के जोनल मजिस्ट्रेट होंगे।