Edited By Ramkesh,Updated: 10 Oct, 2024 12:58 PM
सत्संग में 121 भक्तआ की मौत मामले में बाबा नारायण साकार हरि बृहस्पतिवार को लखनऊ स्थित सचिवालय में न्यायिक आयोग के सामने पेश हुए। इस दौरान भारी सुरक्षा व्यवस्था का प्रबंध किया गया था। नारायण हरि भाजपा का झंडा लगी सफेद रंग की फॉर्च्यूनर गाड़ी से...
हाथरस: सत्संग में 121 श्रद्धालुओं की मौत मामले में बाबा नारायण साकार हरि बृहस्पतिवार को लखनऊ स्थित सचिवालय में न्यायिक आयोग के सामने पेश हुए। इस दौरान भारी सुरक्षा व्यवस्था का प्रबंध किया गया था। नारायण हरि भाजपा का झंडा लगी सफेद रंग की फॉर्च्यूनर गाड़ी से न्यायिक आयोग पहुंचे। गाड़ी विधायक बाबूराम पासवान की बताई जा रही है जो कि दारुलशफा विधायक निवास के 17 ए पर पंजीकृत है। इस गाड़ी को लेकर लोग कई तरह की चर्चा कर रहे है।
आप को बता दें कि जिले में इस साल दो जुलाई को नारायण साकार हरि ‘भोले बाबा' समागम के दौरान हुई भगदड़ 121 लोगों की मौत हो गई थी इस मामले में अदालत में 3200 पन्नों का आरोपपत्र दाखिल किया। पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि आरोपपत्र में 11 लोगों को मुल्जिम बनाया है जिनमें कार्यक्रम की अनुमति हासिल करने वाले लोग भी शामिल हैं। बचाव पक्ष के वकील ए.पी. सिंह ने बताया कि पुलिस ने 3200 पन्नों का आरोप पत्र न्यायालय में पेश कर दिया। हालांकि इस घटना में पुलिस ने सूरजपाल उर्फ भोले बाबा का नाम चार्जशीट में दाखिल नहीं की है।
सिंह ने बताया कि मामले की अलग से न्यायिक जांच भी हो रही है। हाथरस जिले के सिकंदराराऊ क्षेत्र के फुलराई गांव में दो जुलाई को सूरजपाल उर्फ भोले बाबा उर्फ नारायण साकार हरि के समागम के दौरान हुई भगदड़ में कुल 121 लोगों की मौत हो गई थी जिनमें ज्यादातर महिलाएं थीं। पुलिस समेत सरकारी एजेंसियों ने कार्यक्रम में कुप्रबंधन के लिए आयोजकों को दोषी ठहराया है। प्रशासन ने कहा था कि आयोजकों ने कार्यक्रम में 80 हजार लोगों की भीड़ जमा होने की बात कही थी लेकिन वहां ढाई लाख लोग इकट्ठा हो गई। हालांकि ‘स्वयंभू' बाबा के वकील ने दावा किया था कि ‘कुछ अज्ञात लोगों' द्वारा ‘जहरीला स्प्रे' छिड़कने के कारण भगदड़ मची थी। जो लोगों की मौत की वजह बनी।
हालांकि बाबा नारायण साकार हरि के वकील जेपी सिंह ने कहा कि हमें उत्तर प्रदेश सरकार और न्यायपालिका पर पूरा भरोसा है कि हमें न्याय मिलेगा। उन्होंने मृतकों को आर्थिक मदद देने के लिए और और उत्तर प्रदेश मुख्य विपक्षी दल के नेता अखिलेश यादव को धन्यवाद दिया है। उन्होंने घटना को एक साजिश करार दिया है।