Edited By Tamanna Bhardwaj,Updated: 07 Jun, 2024 12:20 PM
लोकसभा चुनाव के बाद समाजवादी पार्टी ने बागियों पर एक्शन के मूड में दिखाई दे रही है। सपा के खिलाफ बगावत करने वाले विधायकों के खिलाफ पार्टी कार्रवाई की तैयारी कर रही है। सपा पाला बदलने वाले विधाय...
लखनऊ: लोकसभा चुनाव के बाद समाजवादी पार्टी ने बागियों पर एक्शन के मूड में दिखाई दे रही है। सपा के खिलाफ बगावत करने वाले विधायकों के खिलाफ पार्टी कार्रवाई की तैयारी कर रही है। सपा पाला बदलने वाले विधायकों की विधानसभा की सदस्यता खत्म कराने की तैयारी में है। ऐसे में विधायकों की सदस्यता खत्म कराने के लिए यूपी विधानसभा अध्यक्ष को पत्र लिखा जाएगा। सपा के बागी विधायकों में मनोज पांडेय, अभय सिंह, पूजा पाल, राकेश पांडेय, राकेश प्रताप सिंह, विनोद चतुर्वेदी और आशुतोष मौर्य शामिल हैं।
बता दें कि ये वही विधायक हैं, जिन्होंने राज्यसभा के चुनाव में सपा के साथ धोखा किया था। इन विधायकों ने बीजेपी के पक्ष में क्रॉस वोटिंग की थी। इस चुनाव में बीजेपी ने आठ सीटें अपने नाम कर ली थी तो वहीं सपा के खाते में केवल दो ही सीट आई थी। बीजेपी की जीत में सपा के बागी विधायकों ने अहम भूमिका अदा की थी। राज्यसभा में उत्तर प्रदेश की 31 सीटों में से 10 सीटों पर फरवरी में चुनाव हुए थे।
सपा ने लोकसभा आम चुनाव में अब तक के अपने इतिहास में सबसे अच्छा प्रदर्शन किया। उसने कुल 37 सीटें जीतीं। इस तरह सपा देश की तीसरी बड़ी पार्टी के रूप में उभर कर सामने आई है। धार्मिक मुद्दों के बजाय जातीय गोलबंदी और यादवों-मुस्लिमों पर कम दांव की रणनीति से सपा को यह सफलता मिली। वहीं सपा के साथ गठबंधन में आई कांग्रेस ने यूपी में 6 सीटें हासिल की है।