Edited By Ramkesh,Updated: 10 Jun, 2024 02:42 PM
लोकसभा चुनाव 2024 के नतीजे आ गए हैं नई सरकार का गठन भी हो गया है। इसी बीच एक बड़ी खबर अमेठी से सामने निकल कर आ रही है। जहां से इंडिया गठबंधन के प्रत्याशी किशोरी लाल के नॉमिनेशन फॉर्म के एफिडेविट में लोकसभा चुनाव 18वीं की जगह 17वीं लोकसभा लिखा है, जो...
अमेठी: लोकसभा चुनाव 2024 के नतीजे आ गए हैं नई सरकार का गठन भी हो गया है। इसी बीच एक बड़ी खबर अमेठी से सामने निकल कर आ रही है। जहां से इंडिया गठबंधन के प्रत्याशी किशोरी लाल के नॉमिनेशन फॉर्म के एफिडेविट में लोकसभा चुनाव 18वीं की जगह 17वीं लोकसभा लिखा है, जो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जबकि प्रत्याशी के नामांकन के बाद उसके नामांकन पत्रों और उसके द्वारा दिए के एफिडेविट की जांच की जाती है, लेकिन जांच में भी अधिकारियों ने इस गलती को नहीं पकड़ पाए। जबकि अमेठी से किशोरी लाल चुनाव भी जीत गए है। निवार्चन अधिकारी उन्हें प्रमाण पत्र भी जारी कर दिया। अब सवाल उठ रहा है कि क्या चुनाव आयोग कोई कार्रवाई करेगा।
दरअसल, लोकसभा चुनाव लड़ने वाली प्रत्याशी अपनी जिम्मेदारी सुनिश्चित करने के लिए नामांकन दाखिल करते हैं। चुनाव आयोग इन प्रत्याशियों से जानकारी मांगता है। प्रत्याशी इस नॉमिनेशन फॉर्म और एफिडेविट के माध्यम से सभी जानकारियों को पेश करता है। इसकी जांच चुनाव आयोग उम्मीदवार के सभी दस्तावेजों की जांच करता है। अगर आयोग को किसी भी दस्तावेज में कुछ भी संदिग्ध लगता है तो चुनाव आयोग उस प्रत्याशी की उम्मीदवारी भी निरस्त कर सकता है।
हालांकि अमेठी लोकसभा सीट से भारतीय जनता पार्टी की उम्मीदवार स्मृति ईरानी के एफिडेविट में कुछ भी नहीं लिखा है। वहीं बसपा प्रत्याशी नरेंद सिंह के फार्म में केवल लोकसभा लिखा हुआ है। फिलहाल अब देखना होगा कि इस प्रकरण में चुनाव आयोग क्या फैसला लेता है।