Edited By Purnima Singh,Updated: 08 Jun, 2025 02:46 PM

यूपी के कौशाम्बी जिले में एक गरीब ब्राह्मण परिवार पर अन्याय की पराकाष्ठा को पार कर दिया गया। कुछ इसी तरह का आरोप मृतक राम बाबू तिवारी के परिजनों ने लगाया है.....
कौशांबी (कुलदीप द्विवेदी) : यूपी के कौशाम्बी जिले में एक गरीब ब्राह्मण परिवार पर अन्याय की पराकाष्ठा को पार कर दिया गया। कुछ इसी तरह का आरोप मृतक राम बाबू तिवारी के परिजनों ने लगाया है। जातिवादी मानसिकता के लोगों ने उसके निर्दोष बेटे को झूठे पॉस्को एक्ट में फंसा दिया। पीड़ित पिता ने बेटे को बचाने के लिए पुलिस- प्रशासन से कई बार न्याय की गुहार लगाई, लेकिन हर जगह उसे मिली तो बस दुत्कार। इंसाफ न मिलने से आहत होकर बेबस पिता ने ज़हर खाकर थाने में अपनी जान दे दी। मृतक के पेट पर आरोपियों के नाम लिखे थे साथ ही जेब से सुसाइड नोट मिला था। जिस पर बाकायदा लिखा था कि मेरा बेटा निर्दोष है। उसे चुनावी रंजिश के तहत फंसाया गया है। इंसाफ ना मिलने पर नाराज परिजनों ने जब हाइवे पर शव रखकर चक्काजाम किया तो पुलिस ने उनपर जमकर लाठियां भांजी।
बच्ची से रेप के आरोप में भेजा जेल
मामला सैनी कोतवाली क्षेत्र के लोहदा गांव का है। जहां के निवासी रामबाबू तिवारी के बेटे को पुलिस ने कुछ दिनों पूर्व एक मासूम बच्ची के साथ दुष्कर्म के आरोप में जेल भेज दिया था। पीड़ित रामबाबू तिवारी ने अपने बेटे को बेगुनाह बताते हुए अधिकारियों से गुहार लगाई, लेकिन किसी ने कोई सुनवाई नहीं की। जिसके बाद पीड़ित बुधवार को जहर खाकर सैनी कोतवाली परिसर पहुंचा। जहां हालत गम्भीर देख पुलिस ने सीएचसी सिराथू ले गए जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
पीड़ित परिवार पर पुलिस ने भांजी लाठियां, किसी का सिर फटा तो किसी पैर टूटा
वहीं जब मामला सवर्ण आर्मी के कौशांबी जिला अध्यक्ष के संज्ञान में आया, तो वे पूरी टीम के साथ मौके पर पहुंचे और दोषियों की गिरफ्तारी व पीड़ित परिवार के साथ न्याय दिलाने की मांग को लेकर नेशनल हाईवे पर चक्का जाम कर दिया। मगर अपनी नाकामी और संवेदनहीनता छिपाने के लिए पुलिस प्रशासन ने सवर्ण आर्मी व मृतक के परिजनों द्वारा प्रदर्शन पर लाठीचार्ज कर दिया। इस दौरान पुलिस ने जिसे जहां पाया महिला-पुरुष व बुजुर्ग दौड़ा-दौड़ा कर लाठी-डंडों और जूते से जमकर पीटा। जिसका वीडियो लगातार सोशल मीडिया पर ट्रेंड कर रहा है। इस बर्बर कार्रवाई में कई पदाधिकारी व परिजन गंभीर रूप से घायल हो गए। किसी का सिर फट गया तो किसी के पैरों में गंभीर चोटें आई है।
न्याय की गुहार लिए दर-दर भटकते रहे परिजन
धरना दे रहे मृतक राम बाबू तिवारी के भतीजे आशीष तिवारी जोकि अपने आप को हाई कोर्ट का अधिवक्ता बताते हैं, उन्होंने आरोप लगाते हुए बताया कि उनके भाई को फर्जी पास्को एक्ट में ग्राम प्रधान लोहदा भूप नारायण पाल और विपिन पाल सहित अन्य लोगों ने मिलकर जेल भेजवा दिया। जिसमें पुलिस गिरफ्तारी पहले करती है और मुकदमा बाद में करती है। इसी के बाद प्रधान व उसके भाई ने समझौते के तौर पर मृतक से 20 लाख रुपए की डिमांड करते हैं। पैसे ना मिलने पर उनको गुमराह कर जहर दे दिया गया। वहीं जब हम प्रशासन के पास न्याय के लिए जाते हैं तो हमें दुत्कारा जाता है। पोस्टमार्टम के लिए जब हम गए तो जिले के कप्तान से मिलने के बावजूद भी लगातार हमें भटकाए रखा गया। पोस्टमार्टम में जानबूझकर देरी की गई। जब न्याय की आस टूटने लगी और हमारी कहीं सुनवाई नहीं हुई तब हमने आज अपनी मांग को लेकर हाईवे पर बैठकर धरना दे रहे हैं।
पुलिस ने किया हल्का बल प्रयोग - SP राजेश कुमार
वहीं इस पूरे मामले को लेकर SP कौशांबी राजेश कुमार ने बताया कि थाना सैनी में एक मृतक का पोस्टमार्टम हुआ था। जिसके बाद उसकी बॉडी लेकर उसके परिजन जब दाह संस्कार के लिए अपने गांव जा रहे थे, तब गांव के बाहर ही नेशनल हाईवे मोड पर डेड बॉडी रखकर जाम लगा दिया। जिसके बाद CO सिराथू पुलिस फोर्स लगातार उन्हें समझती रही लेकिन वह उनकी बात नहीं सुन रहे थे। जिसके चलते कई गाड़ियां जाम में फंसी हुईं थीं। इसके बाद एडिशनल एसपी भी मौके पर पहुंचे। वहां पर भीड़ में मौजूद अदालत तत्वों ने पुलिस के साथ धक्का मुक्की की। जिस पर पुलिस ने हल्का बल प्रयोग करते हुए उन लोगों को हटाया और सड़क जाम को हटवाया।
10 नामजद और 20-25 अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज
जिसके बाद परिवार ने डेड बॉडी को अपने गांव ले जाकर दाह संस्कार किया। राष्ट्रीय राजमार्ग पर जाम लगाने के संबंध में एक अभियोग भी दर्ज किया गया है। जिसमें 10 लोगों को नामजद साथ ही 20-25 लोग अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। जिनकी तलाश की जा रही है। इसमें चार को मौके पर से गिरफ्तार किया गया। उनके खिलाफ कार्यवाही की गई है। बाकी अन्य को चिन्हित किया जा रहा है। जो भी साक्ष सामने आएंगे उनके अनुसार कड़ी कार्यवाही सुनिश्चित की जाएगी।
मृतक के बेटे की तहरीर पर अभियोग पंजीकृत, दो गए जेल
साथ ही एसपी ने यह भी कहा कि मृतक के परिजनों ने कुछ दिन पहले आरोप लगाकर शिकायत की थी कि उनके बेटे को गांव के ही एक छोटी बच्ची के साथ रेप के मामले में जेल चला गया था। जबकि उसका दोष नहीं था। इसी को लेकर उन्होंने सुसाइड किया है। जिस संबंध में मृतक के बेटे की तहरीर पर अभियोग पंजीकृत किया गया है। साथ ही दो लोगों को जेल भेजा गया है।
डिप्टी सीएम के निर्देश पर हरकत में आया पुलिस महकमा, 1 लाइन हाजिर, दो सस्पेंड
घटना के बाद से लगातार हिंदू संगठनों में बढ़ते जनाआक्रोश और सत्ता पक्ष से लेकर विपक्ष के नेताओं द्वारा पीड़ित ब्राह्मण परिवार के घर पहुंच कर न्याय के लिए संघर्ष करने की बात कही जा रही है। सूबे के डिप्टी सीएम बृजेश पाठक द्वारा मामले की जांच के लिए गृह सचिव को निर्देशित करने के बाद हरकत में आए पुलिस महकमे ने पूरे मामले में कार्यवाही करते हुए संवेदनशील ना होने पर थाना सैनी इंस्पेक्टर बृजेश करवरिया को लाइन हाजिर कर दिया। साथ ही चौकी इंचार्ज आलोक राज कुशवाहा तथा SSI कृष्ण स्वरूप को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया। वहीं ग्राम प्रधान लोंहदा के भाई विपिन पाल व एक अन्य को गिरफ्तार कर जेल भेजते हुए मुख्य आरोपी भूप नारायण पाल को भगोड़ा घोषित करते हुए 25 हजार का इनाम घोषित किया गया है।