Edited By Anil Kapoor,Updated: 08 Jun, 2025 07:31 AM

Deoria News: उत्तर प्रदेश में देवरिया जिला मुख्यालय से करीब 16 किलोमीटर दूर गौरीबाजार थाना क्षेत्र के एक गांव में एक मुसलमान ने शनिवार को ईद-उल-अजहा (बकरीद) के त्यौहार पर कथित तौर पर अपनी ही कुर्बानी दे दी। पुलिस ने यह जानकारी दी। पुलिस के मुताबिक...
Deoria News: उत्तर प्रदेश में देवरिया जिला मुख्यालय से करीब 16 किलोमीटर दूर गौरीबाजार थाना क्षेत्र के एक गांव में एक मुसलमान ने शनिवार को ईद-उल-अजहा (बकरीद) के त्यौहार पर कथित तौर पर अपनी ही कुर्बानी दे दी। पुलिस ने यह जानकारी दी। पुलिस के मुताबिक बकरीद पर एक मुस्लिम ने खुद की कुर्बानी दे दी। उसने चाकू से अपना गला रेत डाला, जिससे वह घर से बाहर बनी झोपड़ी में करीब एक घंटे तक तड़पता रहा। परिजनों ने जब उसकी कराह सुनी तो तत्काल जिला मेडिकल कॉलेज लेकर पहुंचे। वहां से फिर उसे गोरखपुर मेडिकल कॉलेज ले जाया गया, जहां उसकी मौत हो गई।
पुलिस ने की पुष्टि, गंभीर हालत में घायल को किया गया गोरखपुर रेफर
अपर पुलिस अधीक्षक (उत्तरी) अरविंद कुमार वर्मा ने पत्रकारों बताया कि ‘यूपी 112' पर फोनकर्ता ने सूचना दी कि देवरिया जनपद के गौरीबाजार थानाक्षेत्र में एक व्यक्ति ने अपना गला काट लिया है जिसके बाद तत्काल पुलिस मौके पर पहुंची एवं घायल ईश मोहम्मद अंसारी (60) को एम्बुलेन्स से मेडिकल कालेज देवरिया ले जाया गया। वर्मा ने कहा कि अंसारी की स्थिति गम्भीर देखते हुए उसे बीआरडी मेडिकल कालेज गोरखपुर रेफर कर दिया गया लेकिन दुर्भाग्यवश उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई। अपर पुलिस अधीक्षक का कहना है कि नियमानुसार पोस्टमार्टम की कार्रवाई कराई जा रही है। मौके की जांच एवं ‘फील्ड यूनिट' द्वारा उपलब्ध कराए गए साक्ष्य से भी प्रथम दृष्टया स्वयं द्वारा गला काटने की बात की पुष्टि हुई है और इस सन्दर्भ में अन्य पहलुओं की भी जांच की जा रही है।
मृतक ने लिखा पत्र, खुद को बताया ‘अल्लाह रसूल के नाम’ कुर्बान
पुलिस के अनुसार गला रेतने से पहले अंसारी ने एक पत्र लिखकर छोड़ा, जिसमें उसने कहा है कि इंसान बकरे को अपने बेटे की तरह पाल पोस कर कुर्बानी करता है। मैं खुद अपनी कुर्बानी अल्लाह रसूल के नाम पर कर रहा हूं। परिजनों के मुताबिक वह शुक्रवार को अंबेडकर नगर में सुल्तान सैयद मकदूम अशरफ शाह की दरगाह से वापस लौटे थे। पत्नी हाजरा खातून के मुताबिक उसके पति ईश मोहम्मद ने सुबह मस्जिद में ईद उल अजहा (बकरीद) की नमाज पढ़ी और सुबह 10 बजे घर लौटे तो सीधे घर के बगल में बनी झोपड़ी में चले गए। एक घंटे बाद उनकी कराहने की आवाज आई। दौड़कर पहुंची तो देखा कि उनके गले से खून बह रहा था। झोपड़ी में जमीन पर खून ही खून बिखरा हुआ था। पास में ही चाकू पडा़ था।
परिजनों ने बताया झोपड़ी में पाया खून से लथपथ हालत में, तुरंत पहुंचाया अस्पताल
परिजनों के मुताबिक यह मंजर देख कर हाजरा की चीख निकल पडी। उन्होंने मदद के लिए लोगों को आवाज दी। पडोसी पंहुचे और इसकी सूचना पुलिस को दी। पुलिस मौके पर पहुचीं और एंबुलेंस से ईश मोहम्मद को लेकर देवरिया मेडिकल कॉलेज पहुंचे। वहां गंभीर हालत देखते हुए डॉक्टरों ने गोरखपुर मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया। वहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई।